
एवरेडी कंपनी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर की चाकू से गला रेट कर निर्मम हत्या
लिविंग रिलेशन में रहने वाली महिला और उसकी दो बेटियों पर लगा हत्या का आरोप
पुलिस ने तीन हत्यारोपी को किया गिरफ्तारए हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद
संतोष कुमार सिंह
लखनऊ । बीबीडी थाना क्षेत्र के सलारगंज ग्रीन सिटी में एवरेडी कंपनी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर की चाकू से गला रेट कर निर्मम हत्या कर दी गई। हत्या आरोपी महिला उसके साथ बीते 8 साल से लिविंग रिलेशन में रह रही थी। महिला की दो बेटियां भी साथ रहती थीं। हत्यारोपी महिला ने ही पुलिस को इसकी सूचना दी। बताया की हमने उसे मार दिया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू और बरामद कर लिया है। पुलिस हत्या आरोपी महिला और उसकी दोनों बेटियों को हिरासत में ले लिया है। जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि इन तीनों ने मिलकर इसकी हत्या की। इसमें से एक नाबालिग लड़की है। मूल रूप से देवरिया जनपथ का रहने वाला सूर्य प्रताप सिंह ;35द्ध पिता नरेंद्र सिंह एवरेडी कंपनी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर था। उसके पिता एक निजी अस्पताल में चालक हैं। पिता जानकीपुरम में रहते हैं। लगभग 12 साल पहले जानकीपुरम की ही रहने वाली रत्ना देवी के दो बेटियों को वह टायूशन पढ़ाने जाया करता था। इस बीच रत्ना के पति की मौत हो गई। बताया जाता है कि वह काफ़ी शराब पीता था। पति की मौत के बाद रत्ना की नज़दीकियाँ सूर्य प्रताप सिंह से बड़ी। कुछ माह बीतने के बाद सूर्य प्रताप रत्ना देवी उसकी बेटी जानव्ही ;17द्ध और अनुष्का ;15द्ध को लेकर बीबीडी थाना क्षेत्र के सलारगंज स्थित ग्रीन सिटी कॉलोनी में शिफ्ट हो गया। कॉलोनी के लोगों ने बताया कुछ दिनों से दोनों के बीच विवाद चल रहा था। रविवार की शाम सूर्य के पिता नरेंद्र भी उसे समझाने पहुंचे थे। रविवार की देर रात जब सूर्य अपने कमरे में सो रहा था तभी रत्ना ने चाकू से उसका गला रेत दिया। चाकू उसके सीने पर भी मारा गया था। चर्चा तो यह भी है की सूर्य के प्राइवेट पार्ट को रत्ना ने काट दिया। रत्ना ने सुबह 9 बजे ख़ुद ही पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना पाते ही बीबीडी पुलिस मौके पर पहुंची। उसके बाद डीसीपी पूर्वी शशांक सिंहए फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुँच गई। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल चाकू को बरामद कर लिया है। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि फिलहाल रत्ना ने हत्या के पीछे आपसी विवाद का कारण बताया है।
रत्ना ने सूर्य पर मकान अपने नाम करने का बनाया था दबाव
लगभग 12 साल से सूर्य प्रताप सिंह के साथ लिविंग रिलेशन में रहने वाली रत्ना को अचानक ऐसा क्या लगा की उसने उसे सहारा देने वाले सूर्य को मौत के घाट उतार दिया। सूर्य की हत्या के दौरान रत्ना की दोनों बेटियां मौके पर मौजूद थीं। सूर्य प्रताप के परिजनों ने बीबीडी पुलिस को दी तहरीर में बताया कि सलारगंज स्थित यह मकान सूर्य प्रताप के नाम था। रत्ना अक्सर उसपर उक्त मकान को अपने नाम करने का दबाव बनाती थी। चर्चा इस बात की हो रही है की सूर्य काफ़ी चतुर था और माँ और बेटी के साथ भी था उसके आंतरिक संबंध थे। इस बात की जानकारी जब रत्ना को हुई तो रत्ना काफ़ी आक्रोशित हो गई। उसने अपनी दोनों बेटियों के साथ मिलकर उसे मारने का प्लान बनायाए और रविवार देर रात चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं उसने सूर्य की हत्या करने के बाद भागने का कोई प्लान नहीं किया। उसने ख़ुद ही पुलिस को हत्या की सूचना दी। इस घटना ने लिविंग रिलेशन के रिस्तों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि सभी पहलुओं की जाँच की जा रही है।





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