
मोहिनी एकादशी व्रत आज, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व, पूजा विधि और मंत्र
आज, वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी का व्रत किया जा रहा है हिंदू धर्म में इस व्रत को अत्यंत शुभ और फलदायी माना गया है इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से सभी रोग और शोक दूर होते हैं। शास्त्रों के अनुसार, भगवान विष्णु ने इसी दिन मोहिनी का अवतार लिया था, इसलिए यह तिथि मोहिनी एकादशी के नाम से जानी जाती है। आइए जानते हैं लखनऊ के ज्योतिषाचार्य उमाशंकर मिश्रा से मोहिनी एकादशी का महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त....
मोहिनी एकादशी का महत्व
आज मोहिनी एकादशी के व्रत का संकल्प लेकर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से सभी दुख दूर होते हैं और सुख-शांति तथा समृद्धि की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार, इस तिथि के दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण कर देवताओं को समुद्र मंथन के दौरान अमृत पान करवाया था इस व्रत को करने से आत्मा की शुद्धि होती है और वैभव, सौभाग्य, सुख, समृद्धि आदि भगवान विष्णु की कृपा से प्राप्त होते हैं इस व्रत को करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता रहता है साथ ही, मोहिनी एकादशी का व्रत करने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है मान्यता है कि इस व्रत को करने से व्यक्ति के अंदर प्रभाव और आकर्षण में वृद्धि होती है।
मोहिनी एकादशी 2025 - आज
एकादशी तिथि का प्रारंभ: 7 मई, सुबह 10 बजकर 19 मिनट से
एकादशी तिथि का समापन: 8 मई, दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक
उदिया तिथि को मानते हुए मोहिनी एकादशी का व्रत: आज यानी 8 मई 2025, दिन गुरुवार को किया जाएगा।
मोहिनी एकादशी का पारण: 9 मई, दिन शुक्रवार को सुबह 8 बजकर 16 मिनट तक कर सकते हैं।
मोहनी एकादशी पूजा शुभ मुहूर्त: आज सुबह 11 बजकर 52 मिनट से दोपहर 3 बजकर 26 मिनट तक।
इस समय अभिजित मुहूर्त, विजय मुहूर्त, बुधादित्य योग और हर्षण योग का शुभ संयोग रहेगा इस शुभ मुहूर्त और शुभ योग में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से सभी दुख व परेशानी दूर होती हैं और श्रीहरि की प्राप्ति होती है।
भगवान विष्णु के मंत्र
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय:
- ॐ विष्णवे नम:
- ॐ नारायणाय नम:
- ॐ श्री विष्णवे च विद्महे वासुदेवाय धीमहि तन्नो विष्णुः प्रचोदयात्:
- यह सभी मंत्र तुलसी की माला के साथ ही जप करें।
मोहनी एकादशी 2025 पूजा विधि
- आज मोहिनी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान से निवृत्त होकर स्वच्छ वस्त्र पहनें और हाथ में चावल लेकर व्रत का संकल्प लें।
- एक चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु की मूर्ति या तस्वीर रखें और चारों तरफ गंगाजल से छिड़काव करें, फिर पंचामृत से अभिषेक करें भगवान विष्णु को अक्षत, चंदन, फल, तुलसी का पत्ता, फूल, दीपक आदि नैवेद्य अर्पित करें।
- भगवान विष्णु का मंत्र जप करें और एकादशी व्रत की कथा भी सुनें फिर भजन कीर्तन करें और घी के दीपक से आरती करें, शाम के समय में भगवान विष्णु की आरती करें और रात्रि जागरण भी करें।
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