बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ याचिका पर सुनवाई आज
आगरा। बॉलीवुड अभिनेत्री और हिमाचल की मंडी सीट से भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ दायर याचिका पर आज आगरा के एमपी-एमएलए कोर्ट में सुनवाई होगी। बुधवार को इस मामले में वादी राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा के बयान नहीं हो पाए थे उन्होंने ही कोर्ट में कंगना पर राष्ट्रद्रोह का आरोप लगाते हुए 13 सितंबर को याचिका दाखिल की थी। एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह ने आज गुरुवार को बयान दर्ज कराने की तिथि नियत कर दी थी इस मामले की पैरवी करने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्गविजय सिंह भैया और अधिवक्ता रामदत्त दिवाकर ने अपना वकालतनामा कोर्ट में पेश कर दिया है वहीं सांसद ने बुधवार को एक वीडियो जारी कर अपने बयानों के लिए खेद भी जताया इस मामले में यह उनका यू टर्न माना जा रहा है।
अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने 31 अगस्त 2024 को आगरा पुलिस कमिश्नर और न्यू आगरा थाना प्रभारी को शिकायत भेज कर भाजपा सांसद कंगना रनौत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। आरोप लगाया था कि अभिनेत्री ने 26 अगस्त 2024 को एमएसपी एवं अन्य मांगों को लेकर आंदोलन करने वालों किसानों को लेकर टिप्पणी की थी एक इंटरव्यू में अभिनेत्री ने साल 2020 और 2021 में दिल्ली के बार्डर पर धरने पर बैठे लाखों किसानों के प्रति भी अभद्र टिप्पणी की। भाजपा सांसद ने किसानों को हत्यारा और बलात्कारी तक कह दिया था 16 नवंबर 2021 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का भी मजाक उड़ाया था।
अब जानें ताजा वीडियो में क्या कहा कंगना नेः 1 मिनट 8 सेकेंड के वीडियो में कंगना ने कहा नमस्ते दोस्तों. पिछले कुछ दिनों पहले मीडिया ने मुझसे फॉर्मर्स लॉ पर कुछ सवाल पूछे थे मैंने ये सुझाव दिया कि फॉर्मर्स लॉ वापस लाने के लिए किसानों को प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए मेरी इस बात से बहुत सारे लोग नाराज हुए। जब फॉर्मर्स लॉ प्रोटेस्ट हुए तो हम बहुत सारे लोगों ने उनकी समस्याएं देखीं बड़े ही संवेदनशीलता और गंभीरत से हमारे प्रधानमंत्री ने वो लॉ वापस ले लिए ये हम सब कार्यकर्ताओं का कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें। मुझे भी अब ये बात ध्यान रखनी है कि मैं एक अभिनेत्री ही नहीं भाजपा की कार्यकर्ता भी हूं मेरे ओपेनियन निजी होने चाहिए अगर मैंने अपने शब्दों से अपनी सोच से किसी को डिसअप्वाइंट किया है तो मुझे खेद है मैं अपने शब्द वापस लेती हूं मेरी बात से यदि यदि किसी को निराशा हुई है तो मुझे इसका खेद रहेगा. मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।
देश, किसान और महात्मा गांधी का सम्मान जरूरीः आगरा में राजीव गांधी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष वरिष्ठ अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने अभिनेत्री कंगना रनौत के विवादित बयान को लेकर स्पेशल कोर्ट एमपी-एमएलए के न्यायधीश अनुज कुमार सिंह के यहां वाद दायर किया था। अधिवक्ता ने कहा था कि श्मैं किसान परिवार से हूं मैं किसान परिवार में पैदा हुआ, मैंने पिता के साथ खेतों में काम किया। किसान परिवार में पैदा होने की वजह से वकालत से पूर्व करीब 30 वर्ष तक कृषि कार्य किया है मैं देश, किसानों के प्रति और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रति पूर्ण रूप से श्रद्धा भाव व सम्मान रखता हूं, देश के किसानों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने तथा महात्मा गांधी के अहिंसात्मक सिद्धांत का अपमान की किसी को अनुमति नहीं है।
अधिवक्ता बोले- कंगना ने किया किसानों का अपमानः अधिवक्ता रमाशंकर शर्मा ने बताया कि, हमारा भारत देश एक कृषि प्रधान देश है देश की आबादी किसानों पर निर्भर है किसान दिन रात अपने खेतों में मेहनत करते हैं तब अनाज, दालें, सब्जी, फल समेत अन्य पैदा करते हैं इससे देश की जनता का पेट भरता है। अभिनेत्री ने इंटरव्यू में धरने पर बैठे देश के लाखों किसानों पर अशोभनीय टिप्पणी की ये बर्दाश्त नहीं की जाएगी। भाजपा सांसद कंगना ने देश के करोड़ों किसानों का अपमान किया ये राष्ट्रद्रोह और राष्ट्र के अपमान जैसा गंभीर अपराध है इसी मामले में भाजपा सांसद के खिलाफ राष्ट्रदोह और राष्ट्र अपमान का मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
कंगना रनौत के वो बयान जिनसे विवादों में घिरी अभिनेत्रीः अभिनेत्री ने कहा था किसान आंदोलन के समय रेप-मर्डर हुए उन्होंने अपने इस बयान से किसानों को टारगेट किया था इसका जमकर विरोध हुआ था उन्होंने किसान आंदोलन में शामिल किसानों की तुलना खालिस्तानियों से भी की थी। कहा था कि खालिलस्तानी आतंकवादी सरकार पर दबाव बना रहे हैं इंदिरा गांधी ने अपनी जूती के नीचे इन्हें कुचल दिया था अभिनेत्री ने आंदोलन में शामिल एक महिला की तस्वीर शेयर कर 100 रुपये लेकर आंदोलन में हिस्सा लेने का आरोप लगाया था उन्होंने महिला की पहचान बिलकिस के रूप में की थी बाद में यह तस्वीर पंजाब की महिला किसान मोहिंदर कौर की निकली थी अभिनेत्री ने बाद में ये पोस्ट डिलीट कर दिए थे किसान ने मानहानि का केस किया था।
Leave A Comment
Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).