गाजा पट्टी को अपने 'अधीन' लेगा अमेरिका
न्यूयॉर्क/वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अप्रत्याशित ऐलान करते हुए कहा कि अमेरिका ‘‘गाजा पट्टी को अपने अधीन लेगा’’, ‘‘इस पर अधिकार करेगा’’ और वहां आर्थिक विकास करेगा जिससे लोगों के लिए बड़ी संख्या में रोजगार और आवास उपलब्ध होंगे। मंगलवार को ‘व्हाइट हाउस’ (अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) में ट्रंप ने इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं। ट्रंप ने यह भी सुझाव दिया कि अमेरिका उस जगह को विकसित करेगा लेकिन इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी कि वहां किसे रहने की अनुमति दी जाएगी।
ट्रंप ने कहा, ‘‘अमेरिका गाजा पट्टी को अपने अधीन लेगा और हम इसे विकसित करेंगे। इस पर हमारा अधिकार होगा और वहां मौजूद सभी खतरनाक बमों और अन्य हथियारों को निष्क्रिय करने, जगह को समतल करने और तबाह हो चुकी इमारत को हटाने की जिम्मेदारी हमारी होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक ऐसा आर्थिक विकास करेंगे जो क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार के ढेरों अवसर पैदा करेगा और आवास उपलब्ध कराएगा। कुछ अलग किया जाएगा।’’ ट्रंप के कहा, ‘‘फलस्तीनी लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है यही कारण है कि वह गाजा वापस जाना चाहते हैं। यह (गाजा पट्टी) अभी एक तबाही स्थल है। हर एक इमारत ढह गई है। वे ढह चुकी कंक्रीट संरचनाओं के नीचे रह रहे हैं जो बेहद खतरनाक है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी स्थिति में रहने के बजाय वे घरों और सुरक्षा के साथ एक सुंदर क्षेत्र में रह सकते हैं। वे शांति और सद्भाव के साथ अपना जीवन जी सकते हैं।’’ गाजा में अमेरिकी सैनिकों को भेजने की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल पर ट्रंप ने कहा कि उन्होंने इस क्षेत्र को अमेरिका के अधीन लाने की योजना बनाई, इसीलिए अमेरिका ‘‘वही करेगा जो जरूरी है’’ तथा उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र का दौरा करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि अमेरिका एक संप्रभु क्षेत्र को अपने अधीन ले रहा है तो क्या यह स्थायी होगा, ट्रंप ने कहा, ‘‘मुझे दीर्घकालिक अधिकार की स्थिति दिखाई देती है और मुझे लगता है कि यह पश्चिम एशिया के उस हिस्से में और शायद पूरे मध्य एशिया में स्थिरता लाएगा।’’
नेतन्याहू ने कहा कि इजराइल का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ‘‘गाजा कभी भी इजराइल के लिए खतरा न बने। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप इसे और भी ऊंचे स्तर पर ले जा रहे हैं। उनका एक अलग विचार है। और मुझे लगता है कि इस पर ध्यान देना उचित है। हम इस बारे में बात कर रहे हैं।
हमास समेत मिस्र और जॉर्डन ने प्रस्ताव को खारिज किया
हमास ने ट्रंप के इस प्रस्ताव को तुरंत खारिज कर दिया। हमास के वरिष्ठ अधिकारी सामी अबू जुहरी ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान गाजा में अराजकता और तनाव बढ़ाने का नुस्खा है। हमास की तरफ से जारी एक बयान में उन्होंने कहा, हमारे लोग गाजा में इन योजनाओं को लागू नहीं होने देंगे। मिस्र और जॉर्डन ने भी ट्रंप के ऑफर को खारिज कर दिया है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में फिलीस्तीनी प्रतिनिधि ने कहा कि वर्ल्ड लीडर्स को फिलिस्तीनियों की इच्छाओं का सम्मान करना चाहिए।
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