
मनरेगा से मिला नौनिहालों को सशक्त भविष्य का आधार
* मनरेगा कन्वर्जेंस से गांवों में बन रहे आंगनबाड़ी केन्द्र
* मनरेगा से संवर रहे आंगनबाड़ी में “गांव का भविष्य” सुरक्षित
* वर्ष 2022-23 से अब तक 9 हजार से ज्यादा बने आंगनबाड़ी केन्द्र
* आंगनबाड़ी बनाने में वर्ष 2022-23 से अब तक 26122.42 लाख व्यय
दया शंकर चौधरी।
लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के कुशल मार्गदर्शन में मनरेगा कन्वर्जेन्स से ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी केंद्रों का गुणवत्तापूर्ण निर्माण कराया जा रहा है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत निर्मित नवीन आंगनबाड़ी भवन आज गांव के लिए परिवर्तन और उम्मीद की पहचान बन रहे हैं। कभी सीमित संसाधनों के बीच पल-बढ़ रहे नौनिहालों के लिए अब एक सुरक्षित, सुंदर और सुविधायुक्त वातावरण सुलभ हो गया है। यह बदलाव न केवल स्थानीय विकास की मिसाल है, बल्कि यह सरकार की योजनाओं की जमीनी सफलता का सफलतम प्रमाण भी है। स्थानीय श्रमिकों के श्रम से यह भवन तैयार किये जाते हैं। निर्माण कार्य के दौरान मनरेगा श्रमिकों को कार्य उपलब्ध कराया जाता है , जिससे श्रमिक परिवारों को आर्थिक लाभ होता है। मनरेगा कन्वर्जेंस से निर्मित नवीन आंगनबाड़ी भवनों ने गांवों में सामाजिक और शैक्षणिक चेतना को मजबूती दी है। आंगनबाड़ी केंद्रों को खुद की छत देने का कार्य मनरेगा योजना के अंतर्गत बाल विकास विभाग,पंचायती राज विभाग के माध्यम से अभिसरण कर आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य निरंतर किया जा रहा है। मनरेगा योजनांतर्गत मनरेगा, बाल विकास विभाग,पंचायती राज विभाग के माध्यम से अभिसरण कर बीते 3 साल में (वित्तीय वर्ष 2022-23 से अब तक) 9,071 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है।आंगनबाड़ी बनाने में वर्ष 2022-23 से अब तक रू 26122.42 लाख व्यय हो चुके हैं वर्ष 2022-23 में 2330, तो वहीं वर्ष 2023-24 में 1981, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 3192 एंव वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 1568 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है तथा 7809 कार्य निर्माणाधीन हैं। इन आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों के खेलने आदि की व्यवस्था भी की गई है। ध्यान रखा गया है कि कोई भी आंगनबाड़ी केन्द्र नेशनल हाईवे के बगल में ना बने। सभी पंचायतों में आंगनबाड़ी केन्द्र बनाने की योजना के साथ इस पर कार्य किया जा रहा है। मनरेगा योजना के अंतर्गत जहां बीते वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 3192 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कराया गया वहीं वर्तमान वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 1568 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है, इस वर्ष अब तक योजनांतर्गत आंगनबाड़ी केन्द्रों को बनाने में 8687.49 लाख की धनराशि व्यय की गई है। जबकि 7809 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर कार्य प्रगतिशील है।





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