महाकुंभ के व्यवस्थापन में नगर विकास विभाग का भगीरथ प्रयास
दया शंकर चौधरी
- बसंत पंचमी पर लगभग 04 करोड़ श्रद्धालुओं सहित महाकुंभ में अब तक 35 करोड़ से अधिक देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया
- कुम्भ मेला क्षेत्र की सफाई व्यवस्था हेतु 20 हज़ार सफ़ाई कर्मियों, सैकड़ों सुपरवाइज़र, हज़ारों मशीनें, वाहन और संसाधन नगरीय निकायों से लगाये गये
लखनऊ। तीर्थराज प्रयाग महाकुंभ के व्यवस्थापन, सफाई, स्वच्छता के लिए नगर विकास विभाग भगीरथ प्रयास कर रहा है। व्यवस्था में कहीं पर चूक व शिकायत न हो, इसके लिए नगर विकास मंत्री एके शर्मा लगातार कुम्भ मेला क्षेत्र प्रवास कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि सोमवार को बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर लगभग 04 करोड़ श्रद्धालुओं सहित महाकुंभ में अब तक 35 करोड़ से अधिक देश-विदेश से आये श्रद्धालुओं ने प्रतिभाग किया। कुम्भ मेला क्षेत्र की सफाई व्यवस्था हेतु 20 हज़ार सफ़ाई कर्मियों, सैकड़ों सुपरवाइज़र, हज़ारों मशीनें, वाहन और संसाधन नगरीय निकायों से लगाये गये।
नगर विकास मंत्री ने बताया कि बसंत पंचमी में संगम में पुण्य स्नान के लिए भारी भीड़ होने के बाद भी मेला क्षेत्र की विशेष एवं त्वरित सफ़ाई सुनिश्चित करने के लिए प्रयागराज नगर निगम की निकटतम निकायों से अपर नगर आयुक्त एवं अधिशासी अधिकारी स्तर के 14 अधिकारियों की अतिरिक्त रूप से ड्यूटी लगायी गयी। शौचालयों की डिस्लजिंग की व्यवस्था पूर्ण करायी गयी तथा निकटतम निकायों से लाकार लगभग 25 मोबाइल ट्वायलेट की और अतिरिक्त रूप से व्यवस्था की गयी। विभागीय मंत्री सहित प्रमुख सचिव एवं सचिव/निदेशक द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर शौचालयों एवं सफाई व्यवस्था की जांच की गयी।
उन्होंने बताया कि राज्य स्तर से विशेष टीमों द्वारा सचिव के नेतृत्व में डेडिकेटेड टीम द्वारा विभिन्न सेक्टर्स का स्थलीय निरीक्षण, डस्टिबिन की उपलब्धता, शौचालय की व्यवस्था एवं साफ-सफाई, रोड स्वीपिंग आदि का निरीक्षण लगातार किया जा रहा। ट्वायलेट के इस्तेमाल के उपरांत जेट स्प्रे से तुरंत सफाई एवं चूना आदि की व्यवस्था की गयी तथा खराब पाए गए शौचालयों को तत्काल व्यवस्थित किये जाने की व्यवस्था की गई। महाकुंभ क्षेत्र में भारी भीड़ के कारण शौचालयों की उपयोगिता अत्यधिक होने के कारण तत्काल डिस्लजिंग की व्यवस्था सुनिश्चित करायी गयी। शेड वाले समस्त अस्थायी मूत्रालयों पर साइनेज की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी। सभी शौचालय पर भी साइनेज की व्यवस्था की गयी तथा जगह-जगह पर शौचालयों की दूरी के बारे में बोर्ड भी लगाए गए।
एके शर्मा ने कहा कि महाकुंभ क्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त बनाये जाने हेतु अखाडों में दोना-पत्तल और मेले में कपड़े के थैलों का वितरण किया गया। अमृत स्नान के उपरांत तत्काल गार्बेज कलेक्शन कर नजदीकी एमआरएफ एवं एसडब्लूएम प्लांट पर उनके त्वरित निस्तारण हेतु भेजा जा रहा है। सफाई कर्मियों द्वारा निरंतर सफ़ाई करने के साथ ही प्रति घंटे कूड़े का उठान किया जा रहा है, जिससे कि अमृत स्नान के अवसर पर कुंभ क्षेत्र में गार्बेज प्वांइट्स डेवलप न हों। सफाई कर्मियों द्वारा निरंतर रोड स्वीपिंग की जा रही है, जिसका निरीक्षण अतिरिक्त अधिशासी अधिकारियों एवं राज्य की डेडिकेटेड टीम द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में आये हुए श्रद्धालुओं के पैर में धूल न लगे और न ही धूल उड़े इसके लिए नगरीय जल निगम के लगभग 200 जल छिड़काव टैंकर निरंतर सेवा में लगाये गये हैं।
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