
डस्ट फ्री थ्रेशर का मॉडल बनाने वाली पूजा पाल को उच्च शिक्षा के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा ने की वित्तीय सहायता
दया शंकर चौधरी।
बाराबंकी। बैंक ऑफ बड़ौदा, लखनऊ अंचल ने राष्ट्रीय पहल “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” तथा महिला सशक्तिकरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को पुनः सुदृढ़ करते हुए कुमारी पूजा पाल को उच्च शिक्षा हेतु बैंक की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (CSR) नीति के अंतर्गत 1,00,000/- रुपये का वित्तीय सहयोग प्रदान किया। कुमारी पूजा पाल एक साधारण पृष्ठभूमि से आने वाली एक प्रतिभाशाली छात्रा हैं जिन्होनें किसानों और बच्चों के स्वास्थ्यहित को ध्यान में रखते हुए डस्ट फ्री थ्रेशर का मॉडल बनाया जिसके लिए उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित भी किया गया है। वित्तीय सहयोग का यह कार्यक्रम बाराबंकी जनपद के सफदरगंज स्थित गाँव पूरे डलई में आयोजित हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए बैंक ऑफ़ बड़ौदा, लखनऊ अंचल के महाप्रबंधक एवं अंचल प्रमुख, शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा, “शिक्षा महिलाओं को सशक्त बनाने और एक सशक्त समाज निर्माण का सबसे प्रभावी साधन है। बैंक ऑफ बड़ौदा अपनी सीएसआर पहलों के माध्यम से आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सहयोग करता है ताकि वे अपनी क्षमता को पहचान सकें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे सकें।” कुमारी पूजा पाल ने उच्च शिक्षा हेतु वित्तीय सहयोग प्रदान करने के लिए बैंक के प्रति आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम के अंतर्गत, सुश्री पूजा के सतत मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन के लिये शिक्षक श्री राजीव श्रीवास्तव जी एवं श्री अशोक कुमार शुक्ला जी को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ग्राम प्रधान श्री अनिल वर्मा जी तथा बैंक ऑफ़ बड़ौदा की ओर से श्री सुभाष ढाका, क्षेत्रीय प्रमुख, लखनऊ जिला क्षेत्र सहित बैंक के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। यह पहल बैंक ऑफ बड़ौदा की समावेशी विकास की दृष्टि और सामाजिक विकास विशेषकर शिक्षा एवं कौशल विकास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने की दिशा में सक्रिय भागीदारी को दर्शाती है। बैंक समाज के सर्वांगीण विकास, शिक्षा को बढ़ावा देने एवं प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के अपने प्रयासों में सतत रूप से संलग्न है।
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