
माध्यमिक विद्ध्यालय तोपखाना कैण्ट के बच्चों ने संस्कृत भाषा में अभिनीत किया नाटक "सीता स्वयंवर"
दया शंकर चौधरी
* अनुभवी नाट्य कलाकारों के दल "रंगनाद" के संयोजन में प्रशिक्षित किये गये छात्र और छात्रायें
लखनऊ। माध्यमिक विद्ध्यालय इण्टरमीडियेट कालेज आर. ए. बाजार तोपखाना कैण्ट लखनऊ के प्रेक्षागृह में आज (25 मार्च) उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थानम के संयुक्त तत्वावधान में "सीता स्वयंवर" नामक नाट्य प्रस्तुति की गई।
प्रखर द्विवेदी द्वारा संस्कृत भाषा में लिखे गये नाटक का निर्देशन देवाशीष मिश्र और मार्ग दर्शन रोजी मिश्रा ने किया। प्रशिक्षित व अनुभवी नाट्य कलाकारों के दल "रंगनाद" के संयोजन में प्रस्तुत नाटक का उद्घाटन छावनी परिषद लखनऊ के मुख्य अधिशाषी अधिकारी अभिषेक राठौर ने दीप प्रज्वलन करके किया। इस अवसर पर नाट्य प्रस्तुति के निर्देशक देवाशीष मिश्र ने अपने वक्तव्य में कहा कि विद्ध्यालय में बच्चों के साथ संस्कृत भाषा में "सीता स्वयंवर" नाटक का मंचन करना एक अनूठा और प्रेरणादायक अनुभव रहा। उन्होंने कहा कि नाट्यकला केवल अनुभव भर नहीं होती, बल्कि यह भाषा अभिव्यक्ति और सांस्कृतिक ज्ञान का भी माध्यम होती है। संस्कृत, जो कि हमारी प्राचीन भाषा है, आज के समय में बच्चों के लिए कठिन मानी जाती है, लेकिन इस नाटक के दौरान बच्चों ने इसे सहज रूप में आत्मसात किया।
संस्कृत श्लोकों, गीत और संवादों के साथ नाटक का प्रभावशाली मंचन किया गया। भगवान राम की भूमिका में मुस्कान शुक्ला, लक्ष्मण- प्रांशी पाल, विश्वामित्र-प्रतिज्ञा, राजा जनक-उज्जवल शंकर, और मंत्री की भूमिका में शिवम वर्मा की प्रस्तुति आकर्षक और मनमोहक रही। इसके अलावा प्रतिक्षा, शिवम, मोहित, हर्षिता शर्मा, वैष्णवी यादव, खुशी पाल, लक्ष्मी कश्यप, नैना श्रीवास्तव, शानवी तिवारी, अंशी रावत, अभिषेक गुर्जर, विनय गुर्जर, आशीष कुमार, यश कुमार, आयुष कुमार और आनंद यादव आदि छात्र, छात्राओं ने भी मनमोहक प्रस्तुतियां दी। नाट्य प्रस्तुति में विद्ध्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती पूनम, आकाश दयाल, रोजी मिश्रा और प्रखर द्विवेदी का भी उल्लेखनीय योगदान रहा।
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