
टाटा पावर ने राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 के साथ की भागीदारी
दिव्यांगों के लिए की समावेशी डांस एवं मूवमेंट थेरेपी कोर्स मॉड्यूल की घोषणा
नई दिल्ली। टाटा पावर ने राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 के साथ भागीदारी कर समावेश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दृढ़ किया। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन के अमृत उद्यान में आयोजित यह एक दिवसीय कार्यक्रम, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी), सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (एमएसजेई) की दिव्यांगों (पीडब्ल्यूडी) के लिए समावेश, पहुंच और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की पहल है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाग लिया।
टाटा पावर ने समावेश के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के मद्देनज़र ‘पे ऑटेशन – भारत के पहले फिजिटल ऑटिज्म सपोर्ट नेटवर्क’ एक्सपीरियंशियल ज़ोन (अनुभव आधारित गतिविधि क्षेत्र) और डांस मूवमेंट योग थेरेपी फाउंडेशनल कोर्स के शुभारंभ के ज़रिये अपने मौजूदा प्रयासों को प्रदर्शित किया। ये प्रयास टाटा एलेक्सी के साथ गठजोड़ में टाटा पावर के अद्वितीय, ओपन एक्सेस लर्निंग प्लेटफार्म – पे ऑटेंशन और ई-सानिध्य का उपयोग कर किए जा रहे हैं।
इस कार्यक्रम का एक प्रमुख आकर्षण था, टाटा पावर के फिजिटल (फिजिकल + डिजिटल) डांस-मूवमेंट-योग पाठ्यक्रम की घोषणा, जिसे सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय (एमएसजेई) और पे ऑटेंशन नेटवर्क भागीदारों के सहयोग से तैयार किया जा रहा है। मांसपेशियों की गतिविधियां (मोटर स्किल) बढ़ाने, ध्यान बढ़ाने, भावनाओं को नियंत्रित करने और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देने में गतिविधि आधारित उपचारों के प्रभाव को पहचानते हुए, डांस एवं मूवमेंट थेरेपी (डीएमटी) को कंपनी की पे ऑटेक्शन पहल में जोड़ा गया है, जो ई-सानिध्य पोर्टल के ज़रिये कई ऑनलाइन और ऑफलाइन सत्र प्रदान करता है। यह न केवल न्यूरोडाइवर्स लोगों के लिए बल्कि इनकी देखभाल करने वालों और कई अन्य खंडों के लिए भी ऊर्जावान, आकर्षक और प्रभावशाली साबित हुआ है।
इस पाठ्यक्रम की घोषणा दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग (डीईपीडब्ल्यूडी) एवं एनआईईपीआईडी के शीर्ष नेतृत्व ने की। इनमें केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार, डीईपीडब्ल्यूडी के सचिव राजेश अग्रवाल, डीईपीडब्ल्यूडी के संयुक्त सचिव राजू शर्मा, डीईपीडब्ल्यूडी की संयुक्त सचिव मनमीत कौर नंदा, डीईपीडब्ल्यूडी की उपमहानिदेशक ऋचा शंकर और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री बनवारी लाल वर्मा के साथ-साथ टाटा पावर के वरिष्ठ अधिकारी हिमाल तिवारी (सीएचआरओ, सस्टेनेबिलिटी (वहनीयता) एवं सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक ज़िम्मेदारी) प्रमुख), पंकज कुमार सिंह (कम्युनिटी इम्पैक्ट प्रमुख, फोराम नागोरी – सीएसआर एवं प्रोग्राम गवर्नेंस प्रमुख), श्रेयस देसाई (जीएम, सकारात्मक पहल कार्यक्रम, टाटा संस) शामिल रहे।
टाटा पावर के सस्टेनेबिलिटी एवं सीएसआर प्रमुख, सीएचआरओ हिमाल तिवारी ने इस अवसर पर कहा, “हमें राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट के साथ लगातार दूसरे साल साझेदारी कर गर्व महसूस हो रहा है। पिछले साल, एमएसजेई और टाटा एलेक्सी के साथ, हमने ई-सानिध्य न्यूरोडायवर्सिटी सपोर्ट प्लेटफॉर्म लॉन्च किया था और सफलतापूर्वक इसका विशाल-पायलट प्रस्तुत किया था। इस साल हमने दिव्यांगजनों के साथ डांस-मूवमेंट-योग चिकित्सा पर आधारित एक लघु, हाइब्रिड आधारभूत पाठ्यक्रम तैयार करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई है। जिसमें टाटा के स्वयंसेवकों के साथ योग सहित ‘आर्ट इन हेल्थ’ ('स्वास्थ्य में कला') क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाया जाएगा। टाटा पावर समावेश को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, और राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 में हमारी भागीदारी इसकी पुष्टि करती है। टाटा पावर न्यूरोडायवर्सिटी और समावेश के इस क्षेत्र में सरकारी एजेंसियों और साझेदार संगठनों के साथ सक्रिय रूप से काम करना जारी रखेगी।”
इस कार्यक्रम में 23,000 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनमें स्पेशल स्कूलों (दिव्यांग बच्चों के विद्यालय) के बच्चे, टाटा पावर द्वारा समर्थित समुदाय के सदस्य, सार्वजनिक क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारी और पे ऑटेंशन नेटवर्क के भागीदार शामिल रहे। इन सभी ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी और इंडियन होटल्स और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) जैसी टाटा समूह की कंपनियों के स्वयंसेवक भी इसमें शामिल हुए।
अहमदनगर के पास टाटा पावर समुदायों के बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रस्तुतियां दीं, अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और समुदायों के लिए शैक्षणिक और पठन-पाठन से जुड़ी पहल बढ़ाने के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता को भी उजागर किया। पे ऑटेंशन नेटवर्क भागीदार विक्ट्री आर्ट्स फाउंडेशन ने एक डांस एवं मूवमेंट थेरेपी कार्यशाला का नेतृत्व किया, जिसमें विशिष्ट देखभाल की ज़रूरत वाले बच्चों, युवाओं और आम दर्शकों ने एक मज़ेदार सत्र में भाग लिया।
इस कार्यक्रम का एक और मुख्य आकर्षण था, पे ऑटेंशन एक्सपीरियेंशियल ज़ोन (अनुभव आधारित गतिविधि क्षेत्र) था, जिसमें आगंतुकों को जागरूक बनाने और उन्हें इस प्रक्रिया से जोड़ने के लिए तैयार संवादपरक प्रदर्शनी की गई। इस ज़ोन में टाटा पावर की अधिकार पहल को प्रदर्शित किया गया, जिसमें दिव्यांगों के सशक्तिकरण से जुड़ी विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई; बच्चों में संज्ञानात्मक और मोटर कौशल को बढ़ावा देने के लिए संडे ब्रिक्स के लेगो कॉर्नर में एक इंटरैक्टिव गेमिंग ज़ोन; आयुर्वेद की पोषण चिकित्सा (न्यूट्रीशन थेरेपी) और एसआरसीसी की योग चिकित्सा; और अनोखा धागा के दिव्यांग युवा उद्यमियों के बनाए सामानों की प्रदर्शनी की गई।
सेंसरी ऑल और एनआईईपीआईडी के सहयोग से, एक सेंसरी रूम भी तैयार किया गया, जिसमें डार्क रूम एक्सपीरियंस की पेशकश की गई। इससे आगंतुकों को ऐसी संवादपरक गतिविधियों में शामिल होने में मदद मिली, जिन्हें दिव्यांगों की अनूठी ताकत और चुनौतियों के अनुरूप तैयार किया गया था।
टाटा पावर, राष्ट्रीय पर्पल फेस्ट 2025 जैसे आयोजनों में अपनी भागीदारी के ज़रिये समावेश और पहुंच को बढ़ावा देने के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित करती है और यह सुनिश्चित करती है कि दिव्यांग व्यक्तियों को आगे बढ़ने के अवसरों के साथ सशक्त बनाया जाए।
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