
45वां राष्ट्रीय कलमवीर दिवस का आयोजन सम्पन्न
लखनऊ। 45वें राष्ट्रीय कलमवीर दिवस समारोह का आयोजन आज सम्पन्न हुआ।नवसृजन साहित्यिक एवं सास्कृतिक संस्था,अखिल भारतीय अगीत परिषद,अवध साहित्य अकादमी एवं मीडिया फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में विभिन्न भाषाओं में 60 से अधिक महत्वपूर्ण पुस्तकों के लेखक,वरिष्ठ साहित्यकार,पत्रकार एवं शिक्षाविद डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी के जन्मोत्सव के अवसर पर 'राष्ट्रीय कलमवीर दिवस का आयोजन आज, निराला सभागार,उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान में प्रोफेसर डॉ. वी जी गोस्वामी (पूर्व अधिष्ठाता विधि संकाय लखनऊ विश्वविद्यालय) की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में न्यायमूर्ति अता-उर-रहमान मसूदी एवं अतिविशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार श्री उदय प्रताप सिंह,(पूर्व अध्यक्ष हिन्दी संस्थान), डॉ. अनीस अंसारी, (आईएएस, पूर्व कुलपति ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय), प्रोफेसर डॉ उषा सिन्हा (पूर्व अध्यक्ष भाषा विज्ञान विभाग), प्रोफेसर डॉ. साबिरा हबीब (रूसी भाषा लखनऊ विश्वविद्यालय) एवं वरिष्ठ पत्रकार हेमन्त तिवारी (अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति),वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ इक़्तेदार हुसैन फारूकी बिशप डॉ एस. सी. सेत मौजूद थे। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी अब्दुल वहीद ने बताया कि डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी के जन्मोत्सव के मौके पर अनेक संस्थाओं द्वारा विभिन्न शहरों में हर्षोल्लास के साथ वर्ष 1980 से निरंतर मनाया जाता रहा है,डॉ सुल्तान शाकिर हाशमी जिन्होंने साठ से अधिक पुस्तकें विभिन्न भाषाओं में लिखी जो प्रकाशित हो कर लोकप्रियता अर्जित कर रहीं है।उन्होंने एक पत्रकार के रूप में कई दशकों से ख्याति अर्जित की और समाज सेवा में भी उनका योगदान अद्वितीय है।योजना आयोग भारत सरकार में सलाहकार सदस्य के रूप में भी उनकी सेवाएं सराहनीय रही हैं। इस मौके पर प्रो. वी. जी. गोस्वामी ने कहा कि डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी हिन्दी, उर्दू एवं अंग्रेजी साहित्य के एक गौरवशाली स्तम्भ है,जिन्होंने अपने साहित्य के द्वारा नये आयाम स्थापित किए हैं, जो आने वाली पीढ़ी के लिए भी मील का पत्थर होगा, उन्होंने कहा हिन्दी, उर्दू एवं अंग्रेज़ी में साठ से अधिक महत्वपूर्ण पुस्तकों का लेखन करके डॉ. हाशमी ने साहित्य पर उपकार किया है।वह एक प्रखर वक्ता और नेक इसान के रूप में जाने जाते हैं। न्यायमूर्ति अता-उर-रहमान मसूदी ने डॉ सुल्तान शाकिर हाशमी की लेखनी और उनके व्यक्तित्व को वक्त की अहम् ज़रूरत बताया उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों में डॉ. हाशमी की लोकप्रियता एक जीता जागता प्रमाण है। वरिष्ठ साहित्यकार उदय प्रताप सिंह ने डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी के साहित्य, पत्रकारिता एवं विशेषकर उनकी समाज सेवा को रेखांकित किया करते हुए कहा कि उन्होंने समाजवाद पर छः अहम् पुस्तकें लिखी है जो अद्वितीय है।डॉ अनीस अंसारी ने कहा कि किसी साहित्यकार के जीवन में उसके नाम के साथ राष्ट्रीय कलमवीर दिवस के नाम से पैंतीस वर्षों से मनाया जाना अपने आप में एक मिसाल है। हेमन्त तिवारी ने कहा कि डॉ सुल्तान शाकिर हाशमी की साहित्यिक विद्वत्ता की छाप उनकी पत्रकारिता में स्पष्ट रूप से दिखाई देती है यही कारण है कि उन्होंने एक पत्रकार के मे भी ख्याति अर्जित की है। जहां प्रोफेसर उषा सिन्हा ने डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी की भाषाओं से मुहब्बत को सामाजिक सौहार्द और राष्ट्र प्रेम का अनमोल संगम बताते हुए कहा कि मैंने डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी की अनेक पुस्तकों को पढ़ा है एवं उनकी अनेक पुस्तकों पर अपनी भूमिका लिखी है, जिसे देखकर मैं कह सकती हूँ कि यह एक महान लेखक है इनकी निस्वार्थ सेवाओं से समाज लाभान्वित हो रहा है। वही प्रो. सबिरा हबीब ने डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी को नफ़ीस शख्सीयत और इन्सान दोस्ती का पैकर बताया। बिशप आर. सी. सेत ने डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी को सभी धर्मों की समान विचारों ज्ञाता बताते हुए उनके साहित्य और समाज के लिए समर्पण अद्वितीय बताया। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार एवं पत्रकारों को अतिविशिष्ट सम्मानों से सम्मानित किया जाता है। विभिन्न क्षेत्रों की मूर्धन्य हस्तियों को कलमवीर चक्र सम्मान-2025 एवं कलमवीर रत्न सम्मान-2025 से नवाजा गया। इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष कलमवीर चक्र सम्मान-2025 वरिष्ठ साहित्यकार पद्मश्री विद्या बिन्दु सिंह, प्रोफेसर डॉ. अजय सिंह(कुलपति, उत्तर प्रदेश मेडिकल साइंसेज़ विश्वविद्यालय) प्रोफेसर डॉ मनुका खन्ना (कुलपति, लखनऊ विश्वविद्यालय) वरिष्ठ साहित्यकार अवधेश बहादुर सिंह, वरिष्ठ साहित्यकार अखिलेश मिश्र (आई.ए.एस) अध्यक्ष राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान,वरिष्ठ साहित्यकार अखिलेश निगम 'अखिल' पुलिस उप महानिरीक्षक उत्तर प्रदेश पुलिस, वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान, वरिष्ठ वैज्ञानिक प्रोफेसर जमाल नुसरत, वरिष्ठ साहित्यकार सूर्य कुमार पाण्डेय को दिया जा रहा है इसी के साथ कलमवीर-रत्न सम्मान-2025 वरिष्ठ पत्रकार श्री सिद्धार्थ कलहंस, वरिष्ठ साहित्यकार त्रिवेणी प्रसाद दुबे 'मनीष', वरिष्ठ उर्दू शायर मोहम्मद अली 'साहिल', शिक्षाविद् साहित्यकार डॉ. अनूप अर्पण, उर्दू शायर शाहबाज़ तालिब के साथ ही ग़ज़ल गायक मिथिलेश लखनवी को भारत रत्न पंडित भीमसेन जोशी सम्मान 2025, वरिष्ठ साहित्यकार रवीन्द्रनाथ तिवारी को "डॉ. रंगनाथ मिश्र 'सत्य' स्मृति सम्मान 2025 के साथ ही समाज सेवा एवं विशेषकर पंजाब और हिमांचल प्रदेश में बाढ़ आपदा से प्रभावित लोगों की युद्ध स्तर पर मदद करने एवं मानव सेवा के अमूल्य योगदान को देखते हुए टीम लखनऊ के मुर्तुजा अली,अब्दुल वहीद,जुबैर अहमद,कुदरत उल्ला खान,जशबीर गांधी,वामिक खान,शाहबाज खान, एडविन,निहिल,इरफान शेख आदि को सम्मानित किया गया।इसी के साथ ही टीम लखनऊ की सहयोगी संस्था अमन शांति समिति के सदस्यों को भी सम्मानित किया गया। प्रिन्ट मीडिया वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय सलाहकार एवं पत्रकार सैय्यद गुलाम हुसैन व दंत चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. राधे श्याम यादव आदि को भी सम्मानित किया गया एवं विशेष रूप से समारोह में उपस्थित सौ से अधिक कलमकार अतिथियों को कलमवीर सम्मान-2025 से सम्मानित किया गया। समारोह का शुभारंभ रूपा पाण्डेय 'सतरूपा की वाणी वन्दना एवं डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी द्वारा लिखित ग़ज़लें, ग़जल गायक श्री मिथिलेश लखनवी की गायकी से हुआ जिसने समारोह में समां बांध दिया। संचालन डॉ.योगेश गुप्त एवं स्वागत भाषण डॉ. सुल्तान शाकिर हाशमी के द्वारा हुआ एवं डॉ सुधा मिश्रा ने सम्मानित मनीषियों के जीवन परिचय का वाचन प्रस्तुत किया।। उपस्थित अतिथियों द्वारा सुल्तान शाकिर हाशमी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की सराहना की गयी। डॉ. योगेश ने कहा, किसी साहित्यकार के जन्मोत्सव को राष्ट्रीय कलमवीर दिवस के रूप में साहित्यकारों द्वारा मनाया जाना इनकी लोकप्रियता को दर्शाता है। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन शाहजेब हाशमी ने किया। समारोह में मंजू सक्सेना, देवेश द्विवेदी 'देवेश' एवं मनु बाजपेयी का सहयोग सराहनीय रहा।
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