
आयकर अपीलीय अधिकरण, लखनऊ पीठ की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मनाया गया रजत जयंती समारोह
दया शंकर चौधरी।
लखनऊ। आयकर अपीलीय अधिकरण, लखनऊ पीठ की स्थापना के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में रजत जयंती समारोह का आयोजन आज 21 दिसंबर 2025 को अंसल गोल्फ सिटी, लखनऊ स्थित ग्रांड ओपेरा बैंक्वेट, होटल डैमसन पॉम में भव्य एवं गरिमामय वातावरण में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
समारोह की अध्यक्षता अर्जुन राम मेघवाल, विधि एवं न्याय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं संसदीय कार्य राज्यमंत्री, भारत सरकार द्वारा की गई।
अपने मुख्य संबोधन में मंत्री मेघवाल ने आयकर अपीलीय अधिकरण को देश की कर-न्याय व्यवस्था का सुदृढ़ स्तंभ बताते हुए कहा कि यह संस्था दशकों से करदाताओं को निष्पक्ष, सुलभ और त्वरित न्याय प्रदान कर रही है।
उन्होंने कहा कि आयकर अपीलीय अधिकरण ने तकनीकी जटिलताओं से मुक्त, कम खर्चीली एवं विशेषज्ञता-आधारित न्यायिक प्रक्रिया विकसित कर लोकतंत्र में न्याय तक पहुँच को सरल बनाया है।
मंत्री मेघवाल ने अधिकरण द्वारा अपनाई गई डिजिटल पहलों की सराहना करते हुए कहा कि ई-हियरिंग और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जैसी व्यवस्थाओं से दूरस्थ क्षेत्रों के करदाताओं को भी समयबद्ध न्याय उपलब्ध हो रहा है।
इस अवसर पर डॉ. राजीव मणि, सचिव, विधि कार्य विभाग, भारत सरकार, अमल पुष्प, प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, लखनऊ तथा अपर्णा करण, प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त, कानपुर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए अधिकरण की न्यायिक भूमिका की प्रशंसा की।
कार्यक्रम के दौरान आयकर अपीलीय अधिकरण के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि इसकी स्थापना 25 जनवरी 1941 को हुई थी और यह देश का सबसे पुराना अर्ध-न्यायिक अधिकरण है, जिसे उसकी परिपक्व कार्यप्रणाली के कारण “मातृ अधिकरण” के रूप में भी जाना जाता है।
लखनऊ पीठ के संदर्भ में अवगत कराया गया कि इसकी स्थापना 05 मई 2000 को हुई थी तथा अगस्त 2000 में पहली सुनवाई प्रारंभ हुई। वर्तमान में लखनऊ में दो पीठें कार्यरत हैं, जो उत्तर प्रदेश के 16 जिलों से संबंधित आयकर अपीलों की सुनवाई कर रही हैं।
बीते 25 वर्षों में लखनऊ पीठ द्वारा 16 हजार से अधिक आयकर अपीलों का निस्तारण कर करदाताओं को न्याय प्रदान किया गया है, जबकि वर्तमान में 1592 अपीलें लंबित हैं, जिनकी नियमित सुनवाई की जा रही है।
समारोह में जस्टिस (सेवानिवृत्त) सी.वी. भडंग, अध्यक्ष, आयकर अपीलीय अधिकरण, शक्तिजीत डे, उपाध्यक्ष, आयकर अपीलीय अधिकरण, मुंबई, अमित शुक्ला, न्यायिक सदस्य, आईटीएटी मुंबई सहित अनेक वर्तमान एवं भूतपूर्व सदस्यगण उपस्थित रहे।
इसके अतिरिक्त आयकर विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, लखनऊ, कानपुर, इलाहाबाद, वाराणसी एवं गोरखपुर की आईटीएटी बार एसोसिएशनों के प्रतिनिधियों की उल्लेखनीय सहभागिता रही।
कार्यक्रम का समापन आयकर अपीलीय अधिकरण की न्यायिक उत्कृष्टता, पारदर्शिता एवं करदाताओं के हित संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को पुनः दोहराते हुए किया गया।





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