उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल: हर मंगलवार मनाया जा रहा है प्रेरणा दिवस
* ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत प्रेरणा दिवस आयोजित
* हर मंगलवार, हर विकासखंड – प्रेरणा से भरपूर समाधान
* मंगलवार को 1099 प्रेरणा दिवस : 868 शिकायतें, 737 का विस्तारण, 36,906 की सहभागिता
दया शंकर चौधरी।
लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की पहल व उनके कुशल मार्गदर्शन मे उत्तर प्रदेश मे महिला सशक्तिकरण व स्वालम्बन की दिशा मे क्रान्तिकारी कदम उठाये जा रहे है। स्वयं सहायता समूहो के माध्यम से महिलाओं को जोड़कर उन्हे विभिन्न गतिविधियों व क्रियाकलापो के माध्यम से न केवल स्वावलम्बी बनाया जा रहा है, बल्कि उन्हे लखपति दीदी की श्रेणी मे लाने के भरसक प्रयास किये जा रहे हैं। समूहो की दीदियो को विभिन्न विभागो से समन्वय कर उनकी आमदनी मे इजाफा किया जा रहा है। दीदियो को उनके क्रियाकलापो व गतिविधियों मे किसी प्रकार की दिक्कत या अवरोध न आने पाये, उन्हे किसी प्रकार की कठिनाई न होने पाये, इस दिशा मे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की सोच व मन्शा के अनुरूप विकास खण्ड स्तर पर प्रत्येक मंगलवार को "प्रेरणा दिवस" का आयोजन किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने इस महीने के तृतीय मंगलवार को प्रदेश भर में विकास खण्डों मे “प्रेरणा दिवस” का सफल आयोजन किया गया। विकासखंडों में आयोजित इस कार्यक्रम में कुल 36,906 आजीविका सखियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।मंगलवार को 1099 प्रेरणा दिवस का आयोजन किया गया।इस दौरान प्राप्त 868 शिकायतों व सुझावों में से 737 का त्वरित समाधान किया गया, जिससे ग्रामीण महिलाओं को सीधे लाभ पहुंचाने की मिशन की प्रतिबद्धता एक बार फिर सिद्ध हुई। अब तक राज्य में 9,05,565 स्वयं सहायता समूहों का गठन हो चुका है, जिनमें 63,383 ग्राम संगठन और 3,265 संकुल स्तरीय संघ शामिल हैं। इन समूहों के माध्यम से 99,33,210 महिलाएं आर्थिक सशक्तिकरण की राह पर अग्रसर हैं। प्रेरणा दिवस प्रत्येक महीने के प्रत्येक मंगलवार को विकासखंड स्तर पर आयोजित किया जाता है,राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से प्राप्त जानकारी के अनुसार विकासखंड स्तर पर प्रत्येक महीने के प्रथम मंगलवार को समूह सखी, द्वितीय मंगलवार को बैंक सखी, एफएलसीआरपी (वित्तीय साक्षरता सामुदायिक संसाधन व्यक्ति) एवं विद्युत सखी, तृतीय मंगलवार को अजीविका सखी एवं उद्योग सखी और चतुर्थ मंगलवार को एफएनएचडब्ल्यू सीआरपी(खाद्य, पोषण, स्वास्थ्य, एवं स्वछता संसाधन व्यक्ति)की समीक्षा बैठक प्रेरणा दिवस के रूप में आयोजित की जा रही है। इसमें उनकी शिकायतों का निस्तारण किया जाता है और सुझावो पर विचार किया जाता है। यह पहल न केवल ग्रामीण आजीविका को मजबूत कर रही है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।





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