
पसमांदा आंदोलन को गहरी क्षति, हाजी शब्बन मंसूरी का निधन
दया शंकर चौधरी
* पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने जताया गहरा शोक, कल कुरानख्वानी और शोकसभा का आयोजन
* शुक्रवार दोपहर 3 बजे होगा कुरानख्वानी और शोकसभा का आयोजन
लखनऊ। पसमांदा मुस्लिम समाज और ऑल इंडिया मंसूरी समाज के संस्थापक सदस्य हाजी शकील अहमद "हाजी शब्बन मंसूरी" का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। बुधवार रात उन्हें ईशा की नमाज़ के बाद डालीगंज कब्रिस्तान में हजारों लोगों की मौजूदगी में सुपुर्द-ए-ख़ाक किया गया। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।
पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अनीस मंसूरी ने हाजी शब्बन मंसूरी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए कहा कि "पसमांदा समाज उनकी सामाजिक खिदमात को कभी नहीं भूलेगा। वह सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि पसमांदा आंदोलन की मजबूत आवाज़ थे। उनके जाने से आंदोलन को अपूरणीय क्षति हुई है।"
हाजी शब्बन मंसूरी की याद में पसमांदा मुस्लिम समाज के राष्ट्रीय कार्यालय में कल शुक्रवार दोपहर 3 बजे कुरानख्वानी और शोकसभा का आयोजन किया गया है, जिसमें समाज के तमाम प्रतिनिधि, बुद्धिजीवी और समाजसेवी शामिल होंगे। पसमांदा आंदोलन के एक सशक्त स्तंभ के रूप में पहचाने जाने वाले हाजी शब्बन मंसूरी के निधन से समाज में शोक की लहर है।
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