
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अमृत संवाद में भाग लिया और यात्रियों से बातचीत की
* यह पहल नागरिकों की भागीदारी को मज़बूत करने और अमृत काल के दौरान स्टेशनों के आधुनिकीकरण में सहयोग प्रदान करने पर केंद्रित है ताकि एक विकसित, आधुनिक और यात्री-अनुकूल रेलवे नेटवर्क बनाया जा सके
दया शंकर चौधरी।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री द्वारा प्रतिपादित अमृत काल के दृष्टिकोण और पंच प्रण के सिद्धांत के मार्गदर्शन में, रेल मंत्रालय ने विशेष अभियान 5.0 के अंतर्गत एक नई नागरिक-केंद्रित पहल शुरू की है। पिछले वर्ष भारतीय रेलवे में आयोजित रेल चौपाल से प्रेरित होकर, यह पहल अब अमृत संवाद के रूप में आयोजित की गई। आज, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सतीश कुमार ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अमृत संवाद में भाग लिया। अमृत संवाद के दौरान, उन्होंने यात्रियों से बातचीत की और स्टेशनों पर किए गए विभिन्न सुधारों पर यात्रियों से फीडबैक लिया।
सतीश कुमार ने स्वच्छता ही सेवा अभियान के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए 8 सफाई मित्रों को एवं 3 छात्रों को, जो स्वच्छता के थीम पर आयोजित पेंटिंग कंपटीशन के विजेता थे, सम्मानित किया। अमृत संवाद रेलवे अधिकारियों और नागरिकों के बीच संवाद के लिए एक सीधा मंच प्रदान करता है, जिससे यात्रियों की प्रतिक्रिया, चिंताओं और सुझावों पर ध्यान दिया जा सके। अमृत संवाद पूरे भारतीय रेलवे में अमृत स्टेशनों एवं अनेक अन्य प्रमुख स्टेशनों पर 2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा।
इस पहल में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत स्टेशनों पर किए गए सुधारों पर प्रकाश डाला जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
* उन्नत प्रतीक्षालय और शौचालय।
* बेहतर लिफ्ट, एस्केलेटर और यात्री सूचना प्रणाली।
* मुफ़्त वाई-फ़ाई और "एक स्टेशन एक उत्पाद" कियोस्क।
* भूनिर्माण और सौंदर्य संवर्धन।
* दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएँ और अन्य सुगम्यता उपाय।
अमृत संवाद आगे के सुधारों के लिए सुझाव भी एकत्र करेगा, जैसे:
* बेहतर यातायात और शहरी परिवहन प्रणालियों के साथ एकीकरण।
* अतिरिक्त यात्री सुविधाएँ।
* ऊर्जा-कुशल और टिकाऊ समाधान।
* बेहतर प्लेटफ़ॉर्म कवर और यात्रियों के लिए व्यक्तिगत सुविधाएँ।
यह पहल नागरिकों की भागीदारी को मज़बूत करने, स्टेशनों के आधुनिकीकरण में सहयोग देने और अमृत काल के दौरान एक विकसित, आधुनिक और यात्री-अनुकूल रेलवे नेटवर्क के लिए भारत के व्यापक दृष्टिकोण के अनुरूप कार्य करने पर केंद्रित है।
"स्वच्छता ही सेवा अभियान 2025" के दौरान, भारतीय रेलवे ने स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित हुई। संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है:
स्वच्छता ही सेवा - 2025 (17.09.25 से 02.10.25) पर रिपोर्ट - भारतीय रेलवे द्वारा स्वच्छता गतिविधियाँ
1. स्वच्छता शपथ लेने वाले लोग (संख्या)-240856
2. जन जागरूकता कार्यशालाएँ (संख्या)-2452
3. एनजीओ, सीएसओ आदि के साथ कार्यक्रम (संख्या)-361
4. सफाई मित्र सुरक्षा शिविर/स्वास्थ्य शिविर (संख्या)-1117
5. प्रदान किए गए सुरक्षा PPE और उपकरण (संख्या)-26059
6. मैराथन (संख्या)-215
7. साइक्लोथन (संख्या)-239
8. वॉकएथन (संख्या)-663
9. एसबीएम खेल लीग (संख्या)-476
10. लगाए गए पौधे (संख्या)-74078
11. कम करें, दोबारा इस्तेमाल करें, रीसायकल करें (RRR) गतिविधियाँ (संख्या)-1077
12. कचरे से कलाकृतियाँ (संख्या)-1222
13. पर्यावरण के अनुकूल और जीरो वेस्ट उत्सव (संख्या)-273
14. रीसायकल उत्पाद (रुपये में राशि)-25588887
15. घर-घर जागरूकता (संख्या)-9763
16. श्रमदान - एक दिन, एक घंटा, एक साथ में भागीदारी (संख्या) 25.09.2025-71569
17. स्वच्छ भोजन पहल (संख्या)-792
18. ट्रेनों में कीड़ों और चूहों के नियंत्रण के लिए विशेष अभियान (प्रभावित ट्रेनों की संख्या)-316
19. स्टेशनों पर कीड़ों और चूहों के नियंत्रण के लिए विशेष अभियान (प्रभावित स्टेशनों की संख्या)-363
20. स्वच्छ भारत सांस्कृतिक महोत्सव (संख्या)-154
21. एसबीएम के लिए प्रतियोगिताएँ (संख्या)-122
22. यूथ कनेक्ट कार्यक्रम (संख्या)-115
23. सार्वजनिक शौचालयों और ट्रेनों की सफाई और उन्नयन (संख्या)-1556
24. बेस किचन की सफाई रेस्टोरेंट/फूड स्टॉल/पैंट्री कार (संख्या)-489
25. पैंट्री कारों में स्मार्ट डस्टबिन लगाए गए (संख्या)-326
26. हटाया गया प्लास्टिक (टन में)-364.558
27. वर्कशॉप से इकट्ठा किया गया स्क्रैप (टन में)- 2898.29
28. प्रभात फेरी (संख्या)-638
29. सफाई मित्रों को सम्मानित किया गया (संख्या)-1146
30. विभिन्न प्रतियोगिताओं/मंडपों/पूजा समितियों को दिए गए पुरस्कार (संख्या)-98
31. साफ किए गए रेलवे ट्रैक (किमी में)-1096.6
32. SHS-2025 के दौरान रेलवे परिसर में साफ किए गए जलस्रोत (नदियाँ, झीलें, तालाब, नाले आदि) (संख्या)-262
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