
कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने चित्रकूट और झांसी में किसानों से किया संवाद
दया शंकर चौधरी
* कृषि संकल्प अभियान 2025 के तहत किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों और सरकारी योजनाओं की दी जा रही जानकारी
* प्रदेश भर में अभियान की व्यापक पहुँच, अब तक 16 लाख से अधिक किसानों ने लिया भाग
* 'लैब टू लैंड' के लक्ष्य को साकार करने का हो रहा सार्थक प्रयास
लखनऊ। विकसित कृषि संकल्प अभियान 2025 के अंतर्गत, कल बुधवार को जनपद चित्रकूट के ग्राम सिद्धपुर (विकास खंड कर्वी) और जनपद झांसी में स्थित रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में कार्यक्रम आयोजित हुए। कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही ने किसानों से संवाद कर उन्हें नवीन कृषि तकनीकों और केंद्र व राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही किसान हितैषी योजनाओं की जानकारी दी।
उन्होंने प्रधानमंत्री कुसुम योजना, खेत तालाब निर्माण, ड्रिप इरिगेशन, स्प्रिंकलर सिस्टम, आई.पी.एम. पद्धति, मल्चिंग और पॉलीहाउस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों पर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा दिए जा रहे अनुदान के बारे में बताया, जिससे किसान अपनी खेती को लाभकारी और उन्नत बना सकें। कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र दिए गए और बुंदेलखंड के अन्नदाता किसान भाइयों को आधुनिक व तकनीकी खेती अपनाने हेतु प्रेरित किया गया। दलहन एवं तिलहन को बढ़ावा देने के लिए उड़द, मूंग, तिल और मूंगफली के बीजों की मिनीकिट निःशुल्क वितरित की गई।
इस अवसर पर संगठन सचिव दीनदयाल शोध संस्थान अभय महाजन, अध्यक्ष गौ सेवा आयोग श्याम बिहारी गुप्ता, जिला अध्यक्ष महेंद्र कोठार, पूर्व मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, पूर्व सांसद भैरव प्रसाद मिश्रा, पूर्व जिला अध्यक्ष चंद्र प्रकाश खरे, डीसीबी चेयरमैन पंकज अग्रवाल, जिला महामंत्री डॉ आलोक पांडे, जिला पंचायत सदस्य दशरथ प्रजापति जिला उपाध्यक्ष किसान मोर्चा द्रोणाचार्य द्विवेदी, मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, ए.डी.एम. उमेश चंद्र निगम, और संयुक्त कृषि निदेशक (उर्वरक) आशुतोष मिश्रा उपस्थित रहे।
विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत बुधवार को जनपद औरैया के ग्राम बेरी कपरिया में पूर्व कृषि मंत्री लाखन सिंह ने किसानों को संबोधित किया और वैज्ञानिक एवं आधुनिक खेती करने का सुझाव दिया। किसानों को खेती से संबंधित समसामयिक जानकारी, मृदा परीक्षण, संतुलित उर्वरकों, कीटनाशकों का प्रयोग, डी.एस.आर. पद्धति से धान की सीधी बुवाई, बीज शोधन, पॉली हाउस, स्प्रिंकलर, मल्चिंग, सह-फसली खेती सहित सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई।
जिला हाथरस के विकासखंड ससानी के ग्राम रेहाना में आयोजित कार्यक्रम में किसानों को आधुनिक एवं वैज्ञानिक खेती के लिए प्रेरित किया गया। कृषि विभाग के अधिकारीगण एवं वैज्ञानिकगणों ने आधुनिक खेती करने का सुझाव दिया और कृषि से संबंधित सरकार द्वारा चलाई गई विभिन्न योजनाओं के विषय में बताया। किसानों को वृक्षारोपण पर विशेष ध्यान देने के लिए भी कहा गया। सभी सम्मानित किसान भाइयों एवं बहनों को खरीफ फसल उत्पादन तकनीकी, डी.एस.आर. विधि, उर्वरकों का संतुलित प्रयोग, नैनो यूरिया, नैनो डी.ए.पी., मिलेट्स, प्राकृतिक खेती, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, पीएम कुसुम, एन.एफ.एस.एम. योजना, कृषि यंत्रीकरण, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना सहित सभी फसलों की उत्पादन तकनीक व अन्य सभी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई।
केंद्र सरकार के विकसित कृषि संकल्प अभियान-2025 के सहारे योगी सरकार 'लैब टू लैंड' नारे को साकार करने का प्रयास कर रही है, जिसके तहत जनपद कानपुर देहात के अकबरपुर तहसील के गजनेर में किसानों को कैंप लगाकर जानकारी दी गई। जनपद अयोध्या के विकासखंड अमानीगंज के ग्राम पंचायत मनुडीह दुदी में कृषि वैज्ञानिकों, कृषि विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों द्वारा किसानों को कृषि विभाग की सभी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में भारी संख्या में किसान उपस्थित रहे। प्रदेश के 75 जनपदों में अब तक लगभग 9450 स्थानों पर विभिन्न गणमान्य जनप्रतिनिधि, कृषि वैज्ञानिकों और कृषि एवं सहवर्ती विभाग के अधिकारियों के साथ आज चौदहवें दिन तक लगभग 16,91,550 से अधिक किसानों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के प्रति कृषकों में उत्साह बढ़ने के कारण आगामी दिवसों में कृषकों की प्रतिभागिता और अधिक बढ़ने की संभावना है।
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