
आईटीआई छात्रों के बेहतर प्लेसमेंट पर योगी सरकार का फोकस, उद्योग से साझेदारी बढ़ाने के निर्देश
* मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने की समीक्षा बैठक, ‘वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था’ लक्ष्य की दिशा में बढ़ रहे कौशल मिशन के कदम
* डेलॉइट इंडिया के सहयोग से हर जिले में होगी मासिक प्लेसमेंट ड्राइव, युवाओं को स्थानीय रोजगार से जोड़ने की तैयारी
* उद्योगों से साझेदारी कर युवाओं को मिलेगा रोजगार के अवसर - मंत्री कपिल देव अग्रवाल
दया शंकर चौधरी।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार युवाओं के कौशल विकास, आत्मनिर्भरता और स्थानीय रोजगार के लिए ठोस पहल कर रही है, जिससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल और स्किल इंडिया मिशन को राज्य स्तर पर मजबूत गति मिल रही है। प्रदेश के व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन मुख्यालय, अलीगंज, लखनऊ में बैठक कर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था’ लक्ष्य की दिशा में किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। बैठक में योगी सरकार द्वारा युवाओं के कौशल उन्नयन और रोजगार सृजन के लिए चलाए जा रहे कार्यक्रमों की प्रगति पर भी विस्तार से चर्चा हुई। कौशल विकास मंत्री ने कहा कि आईटीआई से पासआउट छात्रों को मिल रही बेहतर प्लेसमेंट की जानकारी का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि प्रदेश के अधिक से अधिक युवा आईटीआई संस्थानों में प्रवेश लेकर अपनी रुचि के अनुसार कोर्स पूरा कर रोजगार एवं स्वरोजगार से जुड़ सकें। उन्होंने निर्देश दिए कि हर जिले में विभिन्न उद्योगों से समन्वय स्थापित कर छात्रों का औद्योगिक भ्रमण (इंडस्ट्री विजिट) कराया जाए और उद्योगों की जरूरत के अनुरूप प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट सुनिश्चित किया जाए। इसके लिए डेलॉइट द्वारा एक प्रॉपर टाइम-टेबल और इंडस्ट्री विजिट कैलेंडर तैयार किया जाएगा। मंत्री अग्रवाल ने कहा कि उद्योगों को कौशल विकास मिशन और आईटीआई संस्थानों से जोड़ा जाए, ताकि छात्रों को उद्योगों की वास्तविक आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षण मिल सके और रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न हों। साथ ही, कोर्स को उद्योग की मांग के अनुरूप अपग्रेड करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि Skill Mitra पोर्टल पर छात्रों की प्लेसमेंट स्थिति अद्यतन की जाए और प्रशिक्षण निदेशालय यह सुनिश्चित करे कि आईटीआई प्रशिक्षित छात्र स्थानीय स्तर पर इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, मैकेनिक आदि सेवाओं में कार्य कर सकें। सभी नोडल आईटीआई संस्थान प्रत्येक माह की 21 तारीख को प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करेंगे। इन ड्राइव में डेलॉइट इंडिया कंपनियों की भागीदारी सुनिश्चित करेगा। Subros Ltd., Creature Industries, Sanjogta Group जैसी कंपनियों को इस प्रक्रिया से जोड़ा गया है। योगी सरकार के प्रयासों से अब तक Subros Ltd., Creature Industries, Dixon Technologies, Havells, Pepsico और Sona BLW जैसी प्रमुख कंपनियों में आईटीआई छात्रों का चयन एवं प्लेसमेंट हुआ है। वहीं Gyan Dairy, Alpha Engineers (TATA Motors Ancillary), Mohannah Enterprises, Kashi Industries और Avionics Sparrow जैसी इकाइयों में पाँच औद्योगिक यात्राएँ कराई गईं, जिससे छात्रों को प्रत्यक्ष औद्योगिक अनुभव प्राप्त हुआ। बैठक में यह भी बताया गया कि Automotive Skills Development Council (ASDC), Furniture & Fittings Sector Skill Council (FFSC) तथा Gyan Dairy जैसी संस्थाओं के साथ कौशल विकास और रोजगार वृद्धि के लिए निरंतर साझेदारी की जा रही है। नोएडा, गोरखपुर और सहारनपुर में फर्नीचर सेक्टर के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) स्थापित करने की दिशा में कार्य प्रगति पर है। बैठक में प्रमुख सचिव डॉ. हरि ओम, मिशन निदेशक पुलकित खरे, अपर निदेशक प्रिया सिंह, विभागीय अधिकारीगण एवं डेलॉइट इंडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।





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