
राजधानी से जुड़े जिले बन रहे औद्योगिक प्रगति का नया केंद्र
- देवा रोड बाराबंकी, संडीला और अयोध्या में तेजी से स्थापित हो रहीं हैं औद्योगिक इकाइयां
- खाद्य प्रसंस्करण, पेंट मैन्युफैक्चरिंग, बेकरी एवं डेयरी, बियर, एक्सपोर्ट यूनिट, कोल्ड स्टोरेज, बॉटलिंग उद्योग में कई कंपनियों ने किया करोड़ों का निवेश
- देश और विदेश की दिग्गज कंपनियों के लिए राजधानी से सटे जिले बन रहे आकर्षक निवेश स्थल
संतोष कुमार सिंह
लखनऊ। गाजियाबाद और नोएडा की तरह अब राजधानी के आस-पास के जिलों में भी तेजी के साथ औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहे हैं। बीते कुछ सालों में देवा रोड बाराबंकी, अयोध्या और हरदोई का संडीला औद्योगिक क्षेत्र देश और विदेश की दिग्गज कंपनियों के लिए एक आकर्षक निवेश स्थल बन कर उभरा है। जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खुल रहे हैं।
लखनऊ के निकट बाराबंकी में बेकरी और डेयरी उत्पाद बनाने वाली प्रसिद्ध बिस्कुट कंपनी ब्रिटानिया ने 600 करोड़ रुपये के निवेश से एक यूनिट स्थापित की है। यह यूनिट देवा रोड पर स्थित बंद पड़े सोमैया कैमिकल्स की भूमि पर बनाई गई है।
वहीं, वैरागी ब्रेवरीज़ ने भी बाराबंकी के देवा रोड पर 30 करोड़ रुपये के निवेश से एक बियर उत्पादन यूनिट स्थापित की है। इस यूनिट में प्रतिदिन करीब 55,000 लीटर बियर का उत्पादन हो रहा है।
इसके अतिरिक्त, अन्नपूर्णा फ्रोज़न फूड ने 15 करोड़ रुपये के निवेश से देवा रोड पर एक फ्रोज़न फूड प्लांट स्थापित किया है। इस प्लांट में रोजमर्रा के खाने के उत्पाद, जैसे फ्रोज़न हरी मटर, टमाटर प्यूरी और मिक्स वेज का उत्पादन एवं प्रसंस्करण होता है।
शिखर एग्रों इंडस्ट्रीज़ ने बाराबंकी में 15 करोड़ रुपये के निवेश से एक एक्सपोर्ट यूनिट स्थापित की है। इस यूनिट में प्रति घंटे 8 टन चावल का प्रसंस्करण होता है।
इसी प्रकार, कृष्ण कोल्ड स्टोरेज ने 10 करोड़ रुपये के निवेश से बाराबंकी के बेरिया क्षेत्र में आलू और अन्य खाद्य पदार्थों के स्टोरेज के लिए एक कोल्ड स्टोरेज शुरू किया है।
बाराबंकी के निकट अयोध्या में अमृत बॉटलर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 250 करोड़ की लागत से एक प्लांट स्थापित किया है, जो कार्बाेनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स और पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर का उत्पादन करता है।
वहीं हरदोई जिला का संडीला औद्योगिक क्षेत्र की तस्वीर सरकार की दूरदर्शी नीतियों और अथक प्रयासों ने पूरी तरह बदल दी है। बीते कुछ सालों में यहां स्थापित हुई कुछ प्रमुख इकाइयों पर एक नजर डाले तो मशहूर शीतल पेय पदार्थ कंपनी पेप्सिको की एक प्रमुख बॉटलिंग पार्टनर वरुण बेवरेजेस ने यहां 92 एकड़ जमीन मिलने के बाद, कंपनी ने मात्र 6 महीने के रिकॉर्ड समय में 600 करोड़ रुपये के भारी निवेश के साथ उत्पादन शुरू कर दिया। यह प्लांट पेप्सिको के लोकप्रिय ब्रांडों जैसे पेप्सी, माउंटेन ड्यू, मिरिंडा, सेवन-अप, ट्रॉपिकाना और एक्वाफिना बोतलबंद पानी सहित कार्बाेनेटेड और नॉन-कार्बाेनेटेड पेय पदार्थों की एक विस्तृत श्रृंखला का उत्पादन करता है। वरुण बेवरेजेस के सीएफओ कमलेश जैन बताते हैं कि उत्तर प्रदेश में कंपनी के और विस्तार की योजनाएं हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर इकाई का उद्घाटन करेंगे। इस नई यूनिट में दुग्ध पदार्थों और अन्य खाद्य पदार्थों का भी उत्पादन होगा, जिसके लिए लगभग 10 हजार किसानों से संपर्क साधा जाएगा। उन्होंने बताया कि वरुण बेवरेजेस इंडो रामा कंपनी के साथ मिलकर फर्रुखाबाद जिले में 48 हजार मेट्रिक टन प्रति माह क्षमता वाला एक अत्याधुनिक प्लास्टिक बॉटल रिसाइक्लिंग प्लांट स्थापित करने की दिशा में भी अग्रसर है, जिसका उत्पादन 2026 तक शुरू होने की संभावना है।
संडीला औद्योगिक क्षेत्र में ही बालाजी वेफर्स प्राइवेट लिमिटेड ने 550 करोड़ का निवेश कर एकीकृत खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित की हैं। अगले चरण के लिए लिए कंपनी करीब 1000 करोड़ निवेश करेगी। बालाजी वेफर्स के प्लांट हेड शिवशंकर टेकाले ने बताया कि कि उत्तर प्रदेश में नमकीन और चिप्स की मांग लगभग 10 हजार मेट्रिक टन है, जिसमें लगभग 40ः की पूर्ति बालाजी वेफर्स द्वारा की जाती है। इसके अलावा संडीला औद्योगिक क्षेत्र में ही बर्जर पेंट्स इंडिया लिमिटेड 1014 करोड़ के निवेश के साथ एक अत्याधुनिक ‘‘जीरो डिस्चार्ज‘‘ पेंट इकाई स्थापित की है। कुल मिलाकर राजधानी से जुड़े आस-पास के जिलों की औद्योगिक प्रगति एक चमकदार उदाहरण बनता जा रहा है। इन औद्योगिक इकाइयों से हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से नौकरी और रोजगार मिला है।
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