टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस के स्थापना दिवस के अवसर पर, लखनऊ में टाटा एआईए टीम ने अपने बीमा जागरूकता अभियान के तहत कई 'दान अभियान' आयोजित किए। बीमा कवरेज के बारे में जागरूकता फैलाने और साथ ही समुदाय के कल्याण में योगदान देने के लिए यह पहल चलाई जा रही है।
लखनऊ में, सभी कर्मचारियों ने 100 लीडर्स और सलाहकारों के साथ मिलकर कई स्थानों पर 'दान अभियान' में सक्रिय रूप से भाग लिया। समर्पण वरिष्ठ जन परिसर वृद्धाश्रम में, टीम के सदस्यों ने कपड़े और खाद्य पदार्थों सहित आवश्यक आपूर्ति दान की, जिससे बुजुर्ग निवासियों को लाभ हुआ। इसी तरह की पहल गौड़ीय मठ में एक बाल अनाथालय में की गई, जहाँ बच्चों की सहायता के लिए कपड़े और खाद्य सामग्री वितरित की गई। इसके अतिरिक्त, टीम ने विसोका वेलफेयर फाउंडेशन के निवासियों की सहायता के लिए आवश्यक आपूर्तियाँ दान कीं।
बाराबंकी में, टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस टीम ने मातृ-पितृ सदन वृद्धाश्रम का दौरा किया, जहाँ उन्होंने बुज़ुर्ग निवासियों को कपड़े दान किए। स्थानीय समुदाय ने इस पहल की व्यापक रूप से सराहना की। इस पहल ने बीमा कवरेज के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाते हुए सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति टाटा एआईए की प्रतिबद्धता को पुष्ट किया।

टाटा एआईए के चीफ डिस्ट्रीब्यूशन ऑफिसर - प्रोप्राइटरी बिज़नेस अमित दवे ने कहा, "जीवन बीमा समाज के कमज़ोर वर्ग सहित सभी लोगों को बहुत ज़रूरी वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। बीमा के बारे में जागरूकता पैदा करने की ज़िम्मेदारी हम सभी पर है। टाटा एआईए 'प्लेज टू प्रोटेक्ट' अभियान के ज़रिए भारतीयों के लिए वित्तीय समावेशन और वित्तीय सुरक्षा को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम भारत में बीमा कवरेज का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में 1 लाख लोगों को सुरक्षित करने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए टाटा एआईए अथक प्रयास करेगा।"
'प्लेज टू प्रोटेक्ट' अभियान के तहत, टाटा एआईए ने भारत भर में अपनी 599 शाखाओं और 1.43 लाख से अधिक एजेंटों और कर्मचारियों को शामिल करते हुए कई अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया है। इनमें रोड शो, जॉगर्स पार्क गतिविधियां, हाउसिंग सोसाइटी की भागीदारी और स्वास्थ्य शिविर शामिल हैं। स्थानीय स्तर पर ज़्यादा से ज़्यादा लोगों से जुड़ने के अलावा, यह कंपनी स्थानीय गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), पंचायतों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) के साथ सहयोग करेगी। ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में ज़्यादा से ज़्यादा व्यक्तियों को बीमा की जानकारी देने और उन्हें बीमा सुरक्षा में शामिल करने में सक्षम होगी।
टाटा एआईए की 550 से ज़्यादा शाखाओं ने पहले ही इस अभियान की शुरूआत कर दी है, जिसमें करीबन 70,000 एजेंट, कर्मचारी और ग्राहक शामिल हैं।
बीमा के अलावा, टाटा एआईए अपनी 'जागृति' पहल के ज़रिए वित्तीय सशक्तिकरण को भी बढ़ावा दे रही है। यह एक वित्तीय साक्षरता पहल है, जहां कर्मचारी वंचित समुदायों को ज़रूरी वित्तीय साधनों के बारे में शिक्षित करने के लिए अपनी स्वेच्छा से काम करते हैं। हिंदी, अंग्रेज़ी और क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध प्रशिक्षण मॉड्यूल के साथ, अपना ज्ञान साझा करने के लिए कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाता है, ताकि वह अपने नेटवर्क में कम से कम चार लोगों को सूचित वित्तीय निर्णय लेने का आत्मविश्वास दिला सकें। इस पहल के तहत 3,300 से ज़्यादा टाटा एआईए कर्मचारी पहले ही स्वेच्छा से काम कर चुके हैं।
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