भारतीय सेना का लगेगा अब सटीक निशाना
लखनऊ। स्वदेशी हथियार बनाने के क्षेत्र में एक बड़ी सफलता मिली है भारतीय सेना को नागपुर स्थित रक्षा निर्माण फर्म द्वारा निर्मित 480 लोइटरिंग हथियारों की आपूर्ति प्राप्त हुई है जिसमें 75 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री है। नागपुर में सोलर इंडस्ट्रीज द्वारा विकसित पहला स्वदेशी लोइटर हथियार, नागस्त्र-1 ने बल द्वारा आपातकालीन खरीद शक्तियों के तहत हस्ताक्षरित अनुबंध के तहत 480 लोइटरिंग हथियारों की पूरी खेप की आपूर्ति की है रक्षा अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है।
नागस्त्र-1 नामक स्वदेशी लोइटरिंग हथियार में 75 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री है इसे फर्म द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि यह प्रणाली मानव-पोर्टेबल और हल्की है और इसका उद्देश्य सेना के जवानों द्वारा सटीक हमला करने की क्षमताओं के लिए उपयोग करना है।
सोलर इंडस्ट्रीज विस्तारित प्रदर्शन और वारहेड ले जाने की क्षमताओं के साथ नागस्त्र-2 और नागस्त्र-3 नामक हथियारों के उन्नत संस्करणों पर काम कर रही है। सोलर इंडस्ट्रीज ने मध्यम ऊंचाई वाले लॉन्ग एंड्योरेंस (MALE) श्रेणी के ड्रोन के डिजाइन और विकास के लिए रक्षा बलों को प्रस्ताव भी सौंपे हैं कुछ अन्य भारतीय फर्म भी अब अधिग्रहण के लिए रक्षा मंत्रालय की स्वदेशी रूप से डिजाइन, विकसित और निर्मित (IDDM) श्रेणी के तहत स्वदेशी रूप से MALE विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ रही हैं।
सेनाएं एक स्वदेशी MALE कार्यक्रम की दिशा में काम कर रही हैं ताकि एक ड्रोन उद्योग विकसित किया जा सके जो अपेक्षाकृत कम लागत पर उच्च क्षमता वाले ड्रोन का उत्पादन कर सके अपनी निगरानी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सेना 97 MALE ड्रोन प्राप्त करने पर विचार कर रही है।
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