लखनऊ में पांच दिवसीय क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी 15 नवम्बर से
लखनऊ। ग्रामश्री संगठन की स्थापना 1995 में गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री, आनंदीबेन पटेल (राज्यपाल उत्तर प्रदेश) द्वारा की गई थी। जिसका उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उनके उत्थान का समर्थन करना था। महिलाओं के हाथों को हस्तकला के साथ जोड़कर, संगठन ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की 75,000 महिलाओं के जीवन को एक नई दिशा दी है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। यह जानकारी गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनारबेन पटेल (संस्थापक, ग्रामश्री और क्राफ्टरूट्स) ने दी।
उन्होंने बताया कि ऐसे कारीगरों की कला को आमजन तक पहुंचाने के लिए पांच दिवसीय क्राफ्टरूट्स प्रदर्शनी 15 से 19 नवंबर तक सफेद बारादरी, कैसरबाग में आयोजित की जाएगी। इसका उद्घाटन 15 नवंबर को सुबह 10 बजे राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' द्वारा किया जाएगा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अनारबेन पटेल (संस्थापक, ग्रामश्री और क्राफ्टरूट्स), लीना रावल (ट्रस्टी, ग्रामश्री), हसीमभाई (तसर सिल्क, झारखंड), दिनेशभाई सोनी (पिछवाई पेंटिंग, राजस्थान), अर्पिता दास (जामदानी बुनाई, पश्चिम बंगाल) उपस्थित थे।
अनारबेन पटेल ने बताया कि क्राफ्टरूट्स ग्रामश्री संगठन की एक शाखा है, जिसकी स्थापना 2008 में की गई थी, जो पारंपरिक और सांस्कृतिक कलाओं के कारीगरों को एक मंच प्रदान करती है, जो पीढ़ियों से भारत में चली आ रही हैं। यह उनके हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करता है, जिससे कारीगरों को आजीविका मिलती है और इन भारतीय कलाओं की समृद्ध विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ती है।
उन्होंने बताया कि क्राफ्टरूट्स अब तक भारत के विभिन्न मेट्रो शहरों में, साथ ही दुबई, अमेरिका, सिंगापुर और अन्य देशों में 7 से अधिक प्रदर्शनियों का आयोजन कर चुका है, जिससे भारतीय सांस्कृतिक कलाओं की पहुंच व्यापक हुई है। भारत के हर राज्य से 35,000 से अधिक कारीगरों के साथ काम करते हुए, क्राफ्टरूट्स एक प्रदर्शनी का आयोजन कानपुर में कर रहा है, जिसमें भारत के 22 राज्यों के 100 से अधिक कारीगरों द्वारा 70 से अधिक विभिन्न हस्तशिल्पों का प्रदर्शन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पट्टचित्र (ओडिशा), लाख चूड़ियाँ (राजस्थान), कांच कला (उत्तर प्रदेश), और लघु चित्रकला (राजस्थान) जैसी कलाओं का लाइव प्रदर्शन भी होगा।
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