
ऐसा क्या कर रहा Samsung कि लगा 4000 करोड़ रुपये का जुर्माना?
नई दिल्ली। प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स सैमसंग इंडिया ने सरकारी अधिकारियों द्वारा उस पर लगाए गए 50 करोड़ डॉलर से अधिक के जुर्माने को चुनौती दी है। कंपनी ने सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क एवं सेवा कर अपीलीय न्यायाधिकरण (सीईएसटीएटी) का दरवाजा खटखटाया है। उद्योग सूत्रों ने यह जानकारी दी।
50 करोड़ डॉलर से ज्यादा का जुर्माना: भारतीय सीमा शुल्क अधिकारियों ने इसी साल सैमसंग पर नेटवर्किंग गियर सहित दूरसंचार उपकरणों के आयात को कथित रूप से गलत तरीके से वर्गीकृत करने के लिए 50 करोड़ डॉलर से अधिक का जुर्माना लगाया था। सूत्रों ने बताया कि सैमसंग इंडिया ने उक्त आदेश को अपीलीय न्यायाधिकरण सीईएसटीएटी की मुंबई पीठ के समक्ष चुनौती दी है।
इस मुद्दे के संबंध में सैमसंग को ईमेल के माध्यम से प्रश्न भेजे हैं, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि यह याचिका लॉ फर्म लक्ष्मीकुमारन एंड श्रीधरन के माध्यम से अपीलीय न्यायाधिकरण के समक्ष पेश की गई है। याचिका अभी तक सुनवाई के लिए सूचीबद्ध नहीं हुई है।
सीईएसटीएटी में याचिका दायर: उन्होंने कहा कि यह मामला सीईएसटीएटी पीठ के समक्ष सुनवाई के लिए आ सकता है। सैमसंग ने ये नेटवर्क उपकरण प्रमुख दूरसंचार प्रदाता रिलायंस जियो को आपूर्ति किए हैं, जो अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज का हिस्सा है। सूत्रों के अनुसार, सैमसंग इंडिया के नेटवर्क खंड ने कथित तौर पर उपकरणों को गलत तरीके से वर्गीकृत किया है, जिस पर 10-20 प्रतिशत का शुल्क लगाया गया है। इस पर सीमा शुल्क विभाग ने पहले भी आपत्ति जताई थी।
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