बिल्ड भारत एक्सपो 2025 में एमएसएमई उद्यमियों को मिलेगा बेहतर प्लेटफार्म
- दिल्ली के प्रगति मैदान में 19, 20 और 21 मार्च को पहली बार आईआईए कर रहा आयोजन
- देश के विभिन्न राज्यों के अलावा 30 देशों के उद्यमियों और खरीदारों को आईआईए ने भेजा न्योता
संतोष कुमार सिंह
लखनऊ। सूक्ष्म व लघु उद्यमियों (एमएसएमई) को राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ा मंच देने के लिए इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (आईआईए) दिल्ली के प्रगति मैदान में बिल्ड भारत एक्सपो 2025 का आयोन कर रहा है। तीन दिवसीय यह एक्सपो 19, 20 और 21 मार्च को होगा। इस एक्सपो में मुख्य रूप से ग्रीन क्लीन एनर्जी, बिल्डिंग एंड कंस्ट्रेक्शन मैटेरियल, एक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स, एग्रो एवं फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री के उद्योगपति हिस्सा ले रहे हैं।
इस बात की जानकारी देते हुए आईआईए के राष्ट्रीय महासचिव आलोक अग्रवाल ने बताया कि इस एक्सपो में देश के विभिन्न राज्यों के कई उद्यमी और आईआईए प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने कहा कि आईआईए पहली बार बिल्ड भारत एक्सपो का आयोजन कर रहा है। इस एक्सपो में चार श्रेणी के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के उद्यमी इस एक्सपों में रूचि ले रहे हैं। सैकड़ो उद्यमियों ने इस एक्सपो में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाने के लिए सम्पर्क कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि देश के विभिन्न राज्यों के अलावा 30 देशों के उद्यमियों और खरीदारों को न्योता गया है। यह एक्सपो उत्पाद निर्माताओं के लिए मील का पत्थर साबित होने वाला है।
आईआईए के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज सिंघल ने ‘‘राष्ट्रीय सहारा‘‘ को दूरभाष पर बताया कि सूक्ष्म व लघु उद्यमियों को अब तक अपने उत्पाद बेचने के लिए छोटे-छोटे प्लेटफार्म ही मिले हैं। ज्यादा से ज्यादा जिले से निकल कर ये उद्यमी लखनऊ तक पहुंच जाते थे, लेकिन अब उनको बड़ा प्लेटफार्म मिलने जा रहा है। उन्होंने बताया कि 4,818 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में 357 स्टाल लगाए जाएंगे। इसमें 100 से ज्यादा स्टाल बुक हो चुके हैं। नीरज सिंघल ने बताया कि प्रदर्शनी में शामिल होने वाले उद्यमियों को स्टाल और माल लाने ले जाने के भाड़े पर भी अनुदान मिल सके, इसके लिए एमएसएमई की प्रदर्शनी में सूचीबद्ध होने के लिए आवेदन भी किया जा चुका है। इससे उद्यमियों को प्रदर्शनी में शामिल होने पर डेढ़ लाख रुपये तक वापस मिल सकेंगे। साथ ही उद्योग निदेशक से भी बात की गई है ताकि प्रदेश के सभी जिलों से उद्यमियों को इसमें जोड़ा जा सके। इसके साथ ही नेशनल स्माल इंडस्ट्री कारपोरेशन को भी इससे जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि कृषि उत्पादों को देखते हुए लखनऊ में कृषि विभाग से भी बात की गई है ताकि फूड पैकेजिंग और फूड प्रसंस्करण इकाइयों को भी शामिल किया जा सके। नालेज पार्टनर के रूप में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय और एचबीटीयू से बात हो रही है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी में ओडीओपी का भी लाभ मिल सके, इसके लिए भी बात की जा चुकी है। इसके साथ ही यूपीडा, एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल से भी लगातार बात चल रही है।
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