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आज प्रधानमंत्री 2000 से अधिक रेलवे अवसंरचना परियोजनाएं राष्ट्र को करेंगे समर्पित
दया शंकर चौधरी
* प्रधानमंत्री पुनर्विकसित गोमती नगर रेलवे स्टेशन का भी उद्घाटन करेंगे
* प्रधानमंत्री देशभर में लगभग 1500 करोड़ रुपये की लागत से 1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 26 फरवरी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की लगभग 2000 रेलवे की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री ने अक्सर रेलवे स्टेशनों पर विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करने के महत्व पर जोर दिया है। इस प्रयास में एक बड़े कदम में, प्रधानमंत्री अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 553 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की आधारशिला रखेंगे। 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले इन स्टेशनों का पुनर्विकास 19,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। ये स्टेशन शहर के दोनों किनारों को एकीकृत करते हुए 'सिटी सेंटर' के रूप में कार्य करेंगे। उनमें छत प्लाजा, सुंदर भूदृश्य, इंटर मॉडल कनेक्टिविटी, बेहतर आधुनिक अग्रभाग, बच्चों के खेलने का क्षेत्र, कियोस्क, फूड कोर्ट आदि जैसी आधुनिक यात्री सुविधाएं होंगी। इन्हें पर्यावरण अनुकूल और दिव्यांग अनुकूल के रूप में पुनर्विकसित किया जाएगा। इन स्टेशन भवनों का डिज़ाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में गोमती नगर स्टेशन का उद्घाटन करेंगे, जिसे लगभग 385 करोड़ रुपये की कुल लागत से पुनर्विकास किया गया है। भविष्य में यात्रियों की बढ़ती संख्या को पूरा करने के लिए, इस स्टेशन पर आगमन और प्रस्थान सुविधाओं को अलग कर दिया गया है। यह शहर के दोनों किनारों को एकीकृत करता है। इस केंद्रीय वातानुकूलित स्टेशन में आधुनिक यात्री सुविधाएं जैसे एयर कॉनकोर्स, कंजेशन फ्री सर्कुलेशन, फूड कोर्ट और ऊपरी और निचले बेसमेंट में पर्याप्त पार्किंग स्थान है।
प्रधानमंत्री 1500 रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित भी करेंगे। ये रोड ओवर ब्रिज और अंडरपास 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हुए हैं, इन परियोजनाओं की कुल लागत लगभग 21,520 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं से भीड़भाड़ कम होगी, सुरक्षा और कनेक्टिविटी बढ़ेगी, रेल यात्रा की क्षमता और दक्षता में सुधार होगा।
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