
18वीं लोक सभा के चौथे सत्र की कार्य उत्पादकता लगभग 118 प्रतिशत रही: लोक सभा अध्यक्ष
दया शंकर चौधरी
* चौथे सत्र के दौरान लोक सभा की 26 बैठकें हुईं, जो 160 घंटे 48 मिनट तक चलीं: लोक सभा अध्यक्ष
* राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 17 घंटे 23 मिनट तक चली और चर्चा में 173 सदस्यों ने भाग लिया: लोक सभा अध्यक्ष
* केंद्रीय बजट 2025-26 पर सामान्य चर्चा 16 घंटे 13 मिनट तक चली और इस चर्चा में 169 सदस्यों ने भाग लिया: लोक सभा अध्यक्ष
* लोक सभा में 10 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और 16 विधेयक पारित किए गए: लोक सभा अध्यक्ष
* 3 अप्रैल, 2025 को शून्य काल में लोक महत्व के 202 मामले उठाए गए जो एक रिकॉर्ड है: लोक सभा अध्यक्ष
* अठारहवीं लोक सभा का चौथा सत्र संपन्न हुआ
नई दिल्ली। अठारहवीं लोक सभा का चौथा सत्र, जो 31 जनवरी, 2025 को शुरू हुआ था, कल संपन्न हो गया। इस अवसर पर, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बताया कि सत्र के दौरान 26 बैठकें हुईं जो लगभग 160 घंटे 48 मिनट तक चलीं। बिरला ने यह भी बताया कि सत्र के दौरान सभा की कार्य उत्पादकता लगभग 118 प्रतिशत रही।
भारत के राष्ट्रपति ने 31 जनवरी, 2025 को संसद के दोनों सदनों के सदस्यों को संबोधित किया और राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 17 घंटे 23 मिनट तक चली। बिरला ने बताया कि इस चर्चा में 173 सदस्यों ने भाग लिया।
वित्त मंत्री ने 1 फरवरी, 2025 को सभा में केंद्रीय बजट 2025-2026 पेश किया। केंद्रीय बजट 2025-26 पर सामान्य चर्चा 16 घंटे 13 मिनट तक चली। बिरला ने बताया कि इस चर्चा में 169 सदस्यों ने भाग लिया। वित्त मंत्री ने 11 फरवरी, 2025 को चर्चा का उत्तर दिया। 17 से 21 मार्च, 2025 तक सभा में चयनित मंत्रालयों/विभागों की अनुदान मांगों पर चर्चा की गई और तत्पश्चात सभा द्वारा अनुदान मांगों को पारित कर दिया गया। लोक सभा में 21 मार्च, 2025 को विनियोग विधेयक और 25 मार्च, 2025 को वित्त विधेयक पारित किया गया।
बिरला ने जानकारी दी कि सत्र के दौरान 10 सरकारी विधेयक पुरःस्थापित किए गए और 16 विधेयक पारित किए गए। पारित किए गए कुछ महत्वपूर्ण विधेयक निम्नलिखित हैं।
* वित्त विधेयक, 2025;
* विनियोग विधेयक, 2025;
* “त्रिभुवन” सहकारी यूनिवर्सिटी विधेयक, 2025;
* वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025; और
* आप्रवास और विदेशियों विषयक विधेयक, 2025
सत्र के दौरान 134 तारांकित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दिए गए। शून्य काल के दौरान सदस्यों ने लोक महत्व के कुल 691 मामले उठाए। बिरला ने बताया कि 3 अप्रैल, 2025 को लोक महत्व के 202 मामले उठाए गए जो अभी तक किसी भी लोक सभा में एक दिन में शून्य काल के दौरान उठाए जाने वाले लोक महत्व के मामलों की रिकॉर्ड संख्या है। सत्र के दौरान नियम 377 के अधीन कुल 566 मामले उठाए गए। सत्र के दौरान कुल 32 वक्तव्य दिए गए, जिनमें निदेश 73क के अधीन 23 वक्तव्य शामिल हैं।
सत्र के दौरान विभागों से सम्बद्ध स्थायी समितियों द्वारा 61 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए गए तथा सभा पटल पर 2518 पत्र रखे गए ‘मछुआरा समुदाय के समक्ष आ रही कठिनाइयों’ पर नियम 197 के अधीन ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर 1 अप्रैल, 2025 को चर्चा की गई।
गैर-सरकारी सदस्यों के कार्यों में ‘देश में हवाई किराए को विनियमित करने के उचित उपायों’ के संबंध में संसद सदस्य, शफी परम्बिल द्वारा प्रस्तुत गैर-सरकारी सदस्य के संकल्प पर 28 मार्च, 2025 को सभा में चर्चा की गई, परंतु यह चर्चा पूरी नहीं हुई ।
मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की उद्घोषणा की अभिपुष्टि करने वाले सांविधिक संकल्प को सभा ने 2 अप्रैल, 2025 को पारित किया ।
सत्र के दौरान, सभा ने 3 फरवरी 2025 को रूस की फेडरल एसेम्बली की स्टेट ड्यूमा के चेयरमैन, महामहिम श्री व्याचेस्लाव वोलोदिन के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए रूसी संसदीय शिष्टमंडल का स्वागत किया।11 फरवरी 2025 को, सभा ने मालदीव की पीपुल्स मजलिस के स्पीकर, महामहिम अब्दुल रहीम अब्दुल्ला के नेतृत्व में आए मालदीव के संसदीय शिष्टमंडल का स्वागत किया। इसी प्रकार, 12 मार्च 2025 को, सभा ने मेडागास्कर की नेशनल असेंबली के प्रेसीडेंट, महामहिम जस्टिन टोकले के नेतृत्व में भारत यात्रा पर आए मेडागास्कर के संसदीय शिष्टमंडल का स्वागत किया।
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