मेदांता अस्पताल ने 52 सफल बोन मैरो प्रत्यारोपण और सेलुलर थेरेपी मामलों में हासिल की सफलता
पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश क्षेत्र में ब्लड कैंसर के लिए सीएआर-टी थेरेपी करने वाला प्रथम अस्पताल बना मेदांता
लखनऊ। रिफ्रैक्टरी ब्लड कैंसर के लिए सीएआर-टी सेल थेरेपी प्रदान करने के साथ ही मेदांता अस्पताल के हेमेटोलॉजी और बोन मैरो प्रत्यारोपण (बीएमटी) विभाग ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस उपलब्धि के साथ मेदांता अस्पताल पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश में रिफ्रैक्टरी ब्लड कैंसर के लिए सीएआर-टी सेल थेरेपी प्रक्रिया में सफलता हासिल करने वाला पहला अस्पताल बन गया है। एनएबीएच द्वारा मान्यता प्राप्त विभाग ने अपनी स्थापना के मात्र डेढ़ वर्षों में 52 बोन मैरो प्रत्यारोपण और सेलुलर थेरेपी के मामलों में कामयाबी हासिल की है। यह उपलब्धि इस क्षेत्र में उन्नत हेमेटोलॉजिकल उपचार के विषय में नेतृत्वकर्ता के रूप में मेदांता की प्रतिष्ठा को और मजबूत करती है।
विभाग में एक अत्याधुनिक 10-बेड बीएमटी यूनिट है, जहाँ ऑटोलॉगस और एलोजेनिक बोन मैरो प्रत्यारोपण का प्रबंधन किया जाता है। हाल ही में, विभाग द्वारा रिफ्रेक्टरी एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया से पीड़ित मरीज़ के लिए अपनी पहली सीएआर-टी सेल थेरेपी की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी की गई। इस प्रक्रिया के बाद, रोगी अब कैंसर मुक्त है, यह कामयाब प्रक्रिया विभाग के जटिल मामलों को संभालने में विशेषज्ञता का प्रमाण है।
स्थापना के बाद से, विभाग ने विभिन्न कैंसर और गैर-कैंसर रक्त विकारों के लिए 24 एलोजेनिक स्टेम सेल प्रत्यारोपण और 26 ऑटोलॉगस स्टेम सेल प्रत्यारोपण किए हैं। इनमें एक्यूट लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया (10 मामले), एक्यूट माइलॉइड ल्यूकेमिया (8 मामले), मल्टीपल मायलोमा (14 मामले), अप्लास्टिक एनीमिया (5 मामले), थैलेसीमिया (2 मामले), नॉन-हॉजकिन लिम्फोमा (6 मामले) और हॉजकिन लिम्फोमा (6 मामले) शामिल हैं।
मेदांता, लखनऊ में हेमेटोलॉजी और बीएमटी विभाग के प्रमुख डॉ. अंशुल गुप्ता ने विभाग की सफलता पर कहा, ‘हमें इतने कम समय में कामयाबी का यह कीर्तिमान बनाने पर गर्व है। हमारी समर्पित टीम सीएआर-टी सेल थेरेपी और हैप्लोआइडेंटिकल बोन मैरो प्रत्यारोपण जैसे अत्याधुनिक उपचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। ये प्रतिबद्धता पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश में ब्लड कैंसर के खिलाफ लड़ाई में जटिल रक्त विकारों और एडवांस स्तर पर पहुँच चुके ब्लड कैंसर के मरीज़ों के लिए भी आशा का संचार करती है।’
विभाग पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश में रिफ्रैक्टरी रक्त कैंसर के लिए सीएआर-टी सेल थेरेपी प्रदान करने वाला पहला अस्पताल है। यहाँ असाधारण परिणामों के साथ 10 हैप्लोआइडेंटिकल बोन मैरो प्रत्यारोपण भी पूरे किये हैं।
एनएबीएच द्वारा मान्यता प्राप्त, मेदांता में हेमेटोलॉजी और ऑन्कोलॉजी (पीओएमटी) विभाग स्टेम सेल प्रत्यारोपण करने और सीएआर-टी सेल थेरेपी प्रदान करने के लिए पूरी तरह से तैयार है, जो सभी हेमेटोलॉजिकल रोगों के लिए एक अति आवश्यक उन्नत चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है।
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