
हमास से जंग के बीच नेतन्याहू को बड़ा झटका
लखनऊ। इजराइल और हमास के बीच जंग लंबे समय से जारी है। इस जंग में दोनों पक्षों को बड़ा नुकसान हुआ है तो हजारों लोग अबतक मारे जा रहे हैं। दुनिया के तमाम देश युद्ध को रोकने की मांग कर रहे हैं, लेकिन इजराइल है कि हमास को खत्म किए बिना मानने को राजी नहीं है। इस बीच इजराइल से बड़ी खबर सामने आई है। इजराइल की वॉर कैबिनेट मंत्री बेनी गैंट्स ने इस्तीफा दे दिया है। यह प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
बेनी गैंट्स ने इजराइल में नए चुनाव कराने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू हमें जीत की ओर बढ़ने से रोक रहे हैं, इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा देता हूं। गैट्स ने बेंजामिन नेतन्याहू पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपने राजनीतिक अस्तित्व को प्राथमिकता दे रहे हैं, युद्धविराम समझौते पर आगे नहीं बढ़ रहे हैं, जिससे गाजा में लगभग 100 बंधकों की रिहाई नहीं हो पा रही है।
जल्द ही इजराइल में कराए जाएं चुनाव
बेनी गैंट्स ने इस्तीफा देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू राजनीतिक विचारों के कारण निर्णय लेने में वो झिझक रहे हैं। नेतन्याहू की सरकार के खिलाफ बढ़ते जन विरोध को देखते हुए, आने वाली सर्दियों में चुनाव कराये जाने चाहिए। उन्होंने नेतन्याहू से चुनाव के लिए एक तिथि निर्धारित करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, हमारे लोगों को अलग-थलग न होने दें। इसके जवाब में, नेतन्याहू ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा कि इजरायल कई मोर्चे पर अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। बेनी, यह छोड़ कर भागने का समय नहीं है।
बेनी गैंट्स ने पहले ही दी थी इस्तीफे की चेतावनी
बता दें, बेनी गैंट्ज़ ने इस्तीफे से पहले मई में दक्षिणपंथी प्रधानमंत्री नेतन्याहू को अल्टीमेटम दिया था, जिसमें उन्होंने मांग की थी कि नेतन्याहू गाजा के लिए एक स्पष्ट रणनीति बनाएं, और युद्धविराम समझौते पर सहमत हों। नेतन्याहू की दक्षिणपंथी गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के गैंट्ज़ के फैसले के बाद अब सरकार में रूढ़िवादी मंत्री ही बचे हैं, जो गाजा पट्टी पर फिर से कब्जा करने और वहां इजरायली बस्ती का विस्तार करने की वकालत करते हैं।
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