
बाजार में धड़ल्ले से बिक रहा मिलावटी पनीर, कैंसर जैसी समस्याओं का बनता है वजह!
लखनऊ। देश में खाने पीने के चीजों में मिलावट का दौर हमेशा चलता रहता है। वही देश की राजधानी दिल्ली और आसपास एनसीआर का क्षेत्र मिलावट की राजधानी बन चुका है। हाल ही में दिल्ली से सटे और उत्तर प्रदेश के आधुनिक महानगर नोएडा से मिलावट के नए खेल का खुलासा हुआ है। साल 2024 से 2025 तक नोएडा खाद्य विभाग ने खानपान के कुल 702 नमूने एकत्रित किए जिसमें पनीर के 80% से ज्यादा सैंपल फेल हो गए। इन नमूनों में अनाज और दूध से बने और भी उत्पाद शामिल हैं। रिपोर्ट में सामने आया कि दूध में भी मिलावट भरपूर की जा रही है। जिसमें कुल 43 नमूनों में से 19 नमूने अपने फेल हो गए। हालांकि पनीर में हो रही भारी मिलावट ने लोगों को चौंका दिया है। आइए जानते हैं मिलावटी पनीर खाने के नुकसान और इसकी जांच के आसान उपाय...
पनीर में मिला डिटर्जेंट और यूरिया
जांच में शामिल नमूनों में पनीर में डिटर्जेंट और यूरिया जैसे हानिकारक केमिकल पाए गए हैं। जिसे लेकर स्वास्थ्य विभाग लोगों की सेहत को लेकर काफी चिंतित है। शाकाहारी लोग पनीर का सेवन अपने प्रोटीन इंटेक के लिए करते हैं। लेकिन आजकल मिलावट के खेल ने लोगों को काफी परेशानी में डाल दिया है। रिपोर्ट में बताया गया कि पनीर के 83 प्रतिशत फेल नमूनों में से 40 प्रतिशत ऐसे थे जिन्हें खाना सेहत के लिए बिल्कुल सुरक्षित नहीं है।
मिलावटी पनीर खाने के नुकसान
पनीर में मिलावट करने के लिए स्टार्च, अरारोट और मैदा को मिलाया जाता है। इस मिलावट से पनीर का वजन बढ़ जाता है। लेकिन ये हमारी सेहत के लिए काफी हानिकारक हो जाता है। मिलावटी पनीर खाने से आपको पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा पनीर में फॉर्मेलिन नाम के केमिकल को भी मिलाया जाता है, जो आपके लिए कैंसर, लिवर डैमेज जैसी गंभीर समस्याओं की वजह बन सकता है।
नकली पनीर की पहचान कैसे करें?
FSSAI ने पनीर में मिलावट की पहचान का आसान तरीका बताया है। इसके लिए आप पनीर को पानी के साथ उबालें और ठंडा होने पर इसमें 2-3 बूंदें आयोडीन टिंचर डालें। यदि इसका रंग या काला हो जाता है, तो इसका साफ मतलब है कि आपके पनीर में मिलावट है। वहीं पनीर खरीदते समय आप इसे टेस्ट भी कर सकते हैं। यदि आपको चखते समय ये कठोर और रबड़ जैसा लगे तो आप इसे खरीदने से बचें।
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