20 घंटे बाद योगी सरकार ने माना- महाकुंभ भगदड़ में 30 मौतें
लखनऊ/ प्रयागराज। मौनी अमवस्या पर स्नान करने के लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र में मंगलवार को करोड़ों श्रद्धालु उमड़ पड़े थे इसी दौरान रात 1 से 2 बजे के बीच भगदड़ मच गई और हालात बेकाबू हो गए। भगदड़ के बाद से ही शासन-प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा रहा है, लेकिन मृतकों और घायलों के बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं दी। हादसे के करीब 20 घंटे के बाद शासन प्रशासन ने माना की भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई, 60 लोग घायल हुए। बुधवार शाम करीब 7 बजे कुंभ मेला के डीआईजी वैभव कृष्ण और मेला अधिकारी विजय किरण आनंद ने मृतकों और घायलों के बारे में प्रेस कांफ्रेंस करके बताया।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया मौनी अमावस्या पर महाकुंभ मेला क्षेत्र में मची भगदड़ में 30 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी वहीं इस हादसे में 60 लोग घायल हैं जिसमें से 36 का इलाज चल रहा है बाकी 24 को परिजन ले गए। इस दर्दनाक हादसे में कुल 90 लोग घायल हुए थे जिनकों एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। डीआईजी महाकुंभ मेला क्षेत्र ने कहा कि मृतकों में से 25 की पहचान कर ली गई है बाकी की पहचान कराई जा रही है। मौनी अमावस्या को लेकर मंगलवार-बुधवार की आधी रात के बाद करीब 1 बजे से 2 बजे के बीच अचानक संगम नोज पर भगदड़ मच गई सीएम योगी ने घटना को लेकर न्यायिक जांच और मुआवजे की घोषणा की है।
महाकुंभ भगदड़ मामले पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने भावुक होते हुए मृतकों के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की। मुख्यमंत्री ने हादसे के कारणों को जानने के लिए न्यायिक जांच कराने के आदेश दिए हैं। सीएम योगी ने अपने बयान में कहा कि, हमने जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी वीके गुप्ता और सेवानिवृत्त की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया है इसके साथ ही उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे की घोषणा करते हुए कहा कि हम राज्य सरकार की ओर से हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की भी घोषणा कर रहे हैं वहीं गुरुवार को मुख्य सचिव और डीजीपी प्रयागराज जाएंगे और जरूरत पड़ने पर उन सभी मुद्दों को देखेंगे।
वहीं, इससे पहले बुधवार देर शाम मेलाधिकारी विजय किरण आनंद और डीआईजी वैभव कृष्ण ने मौनी अमावस्या के पर्व पर संगम नोज में हुए हादसे की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस-प्रशासन की टीम एक्टिव हो गई घायलों को अस्पताल लाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।
उन्होंने कहा कि ब्रह्म मुहूर्त से पहले एक बजे से 2 बजे के बीच मेला क्षेत्र में अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ का दबाव बना। भीड़ के दबाव के कारण दूसरी ओर के बैरीकेड्स टूट गए जिसके बाद लोग बैरीकेड्स लांघकर दूसरी तरफ आ गए और ब्रह्म मुहूर्त पर स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचलना शुरू कर दिया।
मृतकों में कई बाहर के प्रदेशों से थे, जिसमें कर्नाटक से 4, असम से 1, गुजरात से 1 है कुछ घायलों को परिवार के लोग लेकर चले गए हैं जबकी 36 घायलों का इलाज स्थानीय मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला प्रशासन की ओर से हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है। वहीं डीआईजी ने कहा कि मेला क्षेत्र प्रशासन ने 29 जनवरी को वीआईपी प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया आगे भी जो भी मुख्य स्नान पर्व हैं उस पर कोई वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा।
बलिया के चार और जौनपुर के दो लोगों की मौत, परिजनों का दावा
बलियाः वहीं महाकुम्भ में मौनी अमावस्या पर्व पर स्नान करने गए लोगों की भगदड़ में बलिया के रहने वाले चार लोगों की मौत की खबर मिली है। जिले के नगरा थाना के चचयां गांव की रिंकी सिंह (38) और मीरा सिंह (52) की मौत होने की खबर मिली है वहीं फेफना थाना क्षेत्र के नसीराबाद गांव एक ही परिवार के दो लोगों की मौत की खबर है जिसमें 12 वर्षीय एक बच्ची और महिला रीना सिंह की मौत की सूचना जैसे ही मिली गांव में कोहराम मच गया वहीं परिवार के लोगों का कहना है कि पोस्टमार्टम के बाद शव को घर भेजा जाएगा।
जौनपुरः जिले की दो महिलाओं की मौत महाकुंभ भगदड़ में होने की जानकारी सामने आई है जिले के मड़ियाहू तहसील के इटाएं बाजार के बगल पूरवा गांव की दोनों महिलाएं थी। परिजनों के मुताबिक, दोनों महिलाओं रामपति देवी और रीता देवी की पोस्टमार्टम हो गई है शव देर रात घर पहुंचने की बात कही जा रही है दोनों महिलाओं की मौत पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
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