मंत्री राकेश सचान ने खादी एक्सपो-2025 का किया शुभारंभ
दया शंकर चौधरी
* 120 से अधिक स्टॉल, खादी और हस्तशिल्प उत्पादों की अनूठी प्रदर्शनी
* ई-कॉमर्स से जुड़ेंगे खादी उत्पाद, उद्यमियों को मिलेगा बड़ा बाजार
* स्वरोजगार को बढ़ावा, लाभार्थियों को वितरित किए गए उपकरण
* खादी से आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश
* मण्डल स्तर पर उत्कृष्ट उद्यमियों को किया गया सम्मानित
लखनऊ। राजधानी के गोमती नगर स्थित केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में कल (29 जनवरी) मण्डल स्तरीय खादी एवं ग्रामोद्योग एक्सपो-2025 का भव्य उद्घाटन किया गया। यह 15 दिवसीय प्रदर्शनी (27 जनवरी से 10 फरवरी 2025 तक) उत्तर प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, लखनऊ द्वारा आयोजित की जा रही है। उद्घाटन समारोह में खादी एवं ग्रामोद्योग, सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम निर्यात प्रोत्साहन, रेशम उद्योग एवं वस्त्र उद्योग मंत्री राकेश सचान ने फीता काटकर एक्सपो का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मंत्री ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर खादी और ग्रामोद्योग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
मुख्य अतिथि राकेश सचान ने अपने संबोधन में कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग के उत्पादों और योजनाओं को जनसामान्य तक पहुँचाने और उनकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सरकार सतत प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि खादी एवं ग्रामोद्योग सेक्टर के अंतर्गत वर्ष 2023-24 में 3,90,267 व्यक्तियों को रोजगार मिला, जो पिछले वर्ष की तुलना में 21% अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 66,640 नवयुवकों एवं नवयुवतियों को रोजगार एवं टूलकिट्स वितरण के माध्यम से स्वरोजगार उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने कहा कि खादी को आधुनिक तकनीकों से जोड़कर युवा पीढ़ी को आकर्षित किया जा रहा है, और निफ्ट जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के सहयोग से खादी परिधान तैयार किए जा रहे हैं।
सरकार खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देने के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों जैसे फ्लिपकार्ट और अमेज़न से जोड़ रही है, ताकि उद्यमियों को व्यापक बाजार मिल सके। कार्यक्रम के अंत में बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि खादी बोर्ड की योजनाओं को जनसामान्य तक पहुँचाने, गुणवत्ता सुनिश्चित करने और कम पूंजी निवेश में अधिक रोजगार उत्पन्न करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इस अवसर पर विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
इस वर्ष प्रदेश के 18 मण्डलों में खादी एवं ग्रामोद्योगी प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें लखनऊ मण्डल के इस एक्सपो में 120 से अधिक स्टॉल लगाए गए हैं। प्रदर्शनी में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के अलावा महाराष्ट्र, बिहार, उत्तराखंड, झारखंड, पश्चिम बंगाल और राजस्थान जैसे राज्यों से आए उद्यमियों ने अपने उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन किया। सहारनपुर के नक्काशीदार फर्नीचर, भदोही के कालीन, कन्नौज के मिट्टी के बर्तन, प्रतापगढ़ का आँवला मुरब्बा, कानपुर का हैंडीक्राफ्ट, अमरोहा की चादरें, सीतापुर के तौलिये एवं दरी, उन्नाव की बेकरी एवं जैकेट, मऊ के पर्दे, लखनऊ का शुद्ध रॉयल हनी, वाराणसी की सिल्क साड़ियाँ, बीकानेर के पापड़ एवं नमकीन, उत्तराखंड के ऊनी वस्त्र तथा गुजरात व राजस्थान के हस्तशिल्प से निर्मित परिधान प्रमुख आकर्षण रहे।
कार्यक्रम में मण्डल स्तर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले उद्यमियों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सीतापुर की शाहिन बानो को प्रथम पुरस्कार (15,000 रूपए), उन्नाव के आशुतोष को द्वितीय पुरस्कार (12,000 रूपए) और रायबरेली के सत्यम को तृतीय पुरस्कार (10,000 रूपए) प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त, लखनऊ के छह लाभार्थियों को स्वरोजगार के लिए उपकरण वितरित किए गए, जिनमें दोना पत्तल मेकिंग मशीन विजय लक्ष्मी एवं अनिल कुमार को, पॉपकॉर्न मशीन कलावती एवं लक्ष्मी देवी को तथा विद्युत चालित चाक लियाकत अली एवं नूर आलम को प्रदान किए गए।
कार्यक्रम में खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार सागर, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. उज्ज्वल कुमार, संयुक्त मुख्य कार्यपालक अधिकारी सिद्धार्थ यादव तथा उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी महेंद्र प्रताप सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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