
प्रदेश के युवाओं के लिए खुले कौशल विकास से जुड़े नए अवसरों के द्वार
दया शंकर चौधरी
* ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के लिए आईटीआई अलीगंज और टाटा मोटर्स के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर
* 13 व्यवसायों में मिलेगा प्रशिक्षण, मिलेगा स्टाइपेंड, फ्री कैंटीन और बस सुविधा
लखनऊ। प्रदेश सरकार युवाओं को उद्योग की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रशिक्षित कर रोजगार से जोड़ने के लिए ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग (DST) योजना को प्रभावी रूप से लागू कर रही है। इसी क्रम में कल सोमवार को लखनऊ स्थित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) अलीगंज और टाटा मोटर्स के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल ने बताया कि यह समझौता न केवल युवाओं को तकनीकी रूप से सशक्त बनाएगा, बल्कि उन्हें औद्योगिक वातावरण में कार्य का व्यावहारिक अनुभव भी देगा। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को ₹8500 प्रतिमाह स्टाइपेंड, फ्री कैंटीन और बस सुविधा भी प्रदान की जाएगी।
ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के तहत 13 व्यवसायों फिटर, इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रिक पावर डिस्ट्रिब्यूशन, इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक, इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक, वेल्डर, एमएमवी, मैकेनिक डीजल, ट्रैक्टर मैकेनिक, डीजल मैकेनिक, कोपा, पेंटर जनरल और वायरमैन में प्रशिक्षण दिया जाएगा। एक वर्षीय पाठ्यक्रम के प्रशिक्षार्थियों को 3 से 6 माह और दो वर्षीय पाठ्यक्रम के लिए 6 माह से 1 वर्ष तक का औद्योगिक प्रशिक्षण टाटा मोटर्स में दिया जाएगा।
समझौते के दौरान आईटीआई अलीगंज के प्रधानाचार्य राज कुमार यादव ने इसे प्रशिक्षार्थियों के लिए एक ऐतिहासिक अवसर बताया और कहा कि इस सहयोग से युवाओं को तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे। टाटा मोटर्स की हेड एचआर जसनीत रखरा ने भी इस साझेदारी को गर्व का विषय बताते हुए कहा कि इस मॉडल के माध्यम से कंपनी को कुशल मानव संसाधन प्राप्त होगा और प्रशिक्षुओं को इंडस्ट्री के अनुकूल प्रशिक्षण मिलेगा।
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