प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए झारखंड के मुख्यमंत्री को निमंत्रण
दया शंकर चौधरी
* मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से महाकुंभ निमंत्रण पत्र, गंगाजल युक्त कलश और महाकुंभ का लोगो भेंट किया गया
* झारखंड के राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री को महाकुंभ 2025 की विशेष तैयारी और क्लीन कुम्भ-ग्रीन कुम्भ की विशेषताओं से कराया गया अवगत
* महाकुंभ 45 करोड़ श्रद्धालुओं की उम्मीद के साथ, भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक होगा
* आधुनिक तकनीक, जैसे डिजिटल सुविधाएँ और हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, इस आयोजन को अद्वितीय बनाएँगी
* श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आधुनिक अस्पताल और स्वच्छता अभियान भी चलाए जा रहे हैं
* महाकुंभ को स्वच्छता, सुरक्षा और पर्यावरण संरक्षण के साथ आयोजित किया जाएगा
लखनऊ। प्रयागराज महाकुंभ 2025 को दिव्य, भव्य और आधुनिक बनाने के संकल्प के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय और कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भेंट किया। मंत्रीद्वय द्वारा महाकुंभ निमंत्रण पत्र, गंगाजल युक्त कलश और महाकुंभ का लोगो भेंट करते हुए भारत की "विविधता में एकता" के प्रतीक पौराणिक समागम महाकुंभ में झारखंड के राज्यपाल और मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत निमंत्रण देते हुए झारखंडवासियों को भी प्रयागराज आने का निमंत्रण दिया।
उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने झारखंड के मुख्यमंत्री और राज्यपाल से भेंट कर महाकुंभ की तैयारियों और सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने महाकुंभ 2025 की विशेष तैयारी और क्लीन कुम्भ-ग्रीन कुम्भ की विशेषताओं से अवगत कराते हुए, 45 करोड़ श्रद्धालुओं, साधु-संतों और पर्यटकों के आने की संभावना के दृष्टिगत विगत से डेढ़ गुना विस्तार देने की कार्य योजना को भी बताया। प्रयागराज महाकुंभ भारतीय संस्कृति, सामाजिक समरसता और आधुनिक तकनीक का वैश्विक प्रतीक होगा।
मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता का जीवंत प्रतीक है। उन्होंने झारखंड की जनता को इस ऐतिहासिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने बताया कि महाकुंभ 2025 में 44 घाटों पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा, रिवर फ्रंट का निर्माण, और डिजिटल सुविधाओं के माध्यम से इसे अद्वितीय बनाया जाएगा।
डिजिटल महाकुंभ के रूप में इस आयोजन में एट्रिब्यूट सर्च कैमरे, आरएफआईडी रिस्ट बैंड, जीपीएस ट्रैकिंग, स्मार्ट पार्किंग और इंटीग्रेटेड कंट्रोल कमांड सेंटर जैसी आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए आधुनिक अस्पताल, स्वच्छता अभियान, और हरित महाकुंभ के तहत तीन लाख पौधों का रोपण किया गया है।
कारागार राज्य मंत्री सुरेश राही ने महाकुंभ को भारतीय संस्कृति की समृद्धि और एकता का प्रतीक बताते हुए बताया कि यह आयोजन भारत और पूरे विश्व के लिए प्रेरणा है। उन्होंने झारखंड के मुख्यमंत्री और राज्यपाल को स्वच्छता, सुरक्षा, और पर्यावरण संरक्षण के लिए की गई व्यवस्थाओं से अवगत कराया।
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