
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण कार्यो का नियमित निरीक्षण के निर्देश
दया शंकर चौधरी
* कार्य मानको के अनुरूप और गुणवत्तापूर्ण होने ही चाहिए: केशव प्रसाद मौर्य
* पीएमजीएसवाई के रिन्यूवल कार्यों में भी नई तकनीको का किया जा रहा प्रयोग
* सड़को के निर्माण कार्यो मे कार्बन उत्सर्जन की कमी कर पर्यावरण को संरक्षित करने में भी किया जा रहा विशेष रूप से फोकस
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत निर्माण कार्यो का नियमित रूप से निरीक्षण करने के निर्देश दिये है। उन्होंने निर्देश दिये है कि निर्माण कार्यो की जमीनी हकीकत को परखा जाय और यह कार्य कार्यस्थल पर जाकर देखने से ही सम्भव होगा। उन्होंने सड़को के निर्माण कार्य मानको के अनुरूप और गुणवत्तापूर्ण होने ही चाहिए। उप मुख्यमंत्री के निर्देश पर यूपी आर आर डी ए द्वारा निर्माण कार्यो की विशेष रूप से निगरानी की जा रही है। मौर्य के निर्देश पर पीएमजीएसवाई के रिन्यूवल कार्यों में भी नई तकनीको का प्रयोग किया जा रहा है। सड़को के निर्माण कार्यो मे कार्बन उत्सर्जन की कमी कर पर्यावरण को संरक्षित करने में भी विशेष रूप से फोकस किया जा रहा है।
इसी कड़ी मे जनपद लखनऊ में 30 एमएम मोटाई के एमएसएस + तकनीक के साथ स्वीकृति रिन्यूवल कार्य हेतु मार्ग पैकेज सं० यूपी-4687, मार्ग एमआरएल-01 माल इटौंजा कुर्सी रोड से लालपुर( लम्बाई 11.200 किमी0) पर निर्माणाधीन रिन्यूवल कार्य का सोमवार को अखण्ड प्रताप सिंह, मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीआरआरडीए द्वारा निरीक्षण किया गया।निरीक्षण के समय अभिकरण के बृजेश कुमार दुबे, मुख्य अभियन्ता, देवेन्द्र सिंह राज्य गुणवत्ता समन्यक, डी०डी० पाठक राज्य तकनीकी अधिकारी एवं यंग सिविल इंजीनियर्स उपस्थित थे। मार्ग पर 02 किमी० कार्य सम्पादित होना पाया गया। निरीक्षण के समय मार्ग की गुणवत्ता एवं मोटाई का परीक्षण किया गया जो संतोषजनक पाया गया। निरीक्षण में इस तकनीक का परफार्मेन्स संतोषजनक पाया गया। निरीक्षण के समय सम्बन्धित ठेकेदार मेसर्स अवध कन्स्ट्रक्शन के प्रतिनिधि मो० अली आब्दी एवं पी०आई०यू० के अधिशासी अभियन्ता संजीव भीमराव के साथ अन्य अभियन्ताओं को स्थल पर उच्चकोटि की गुणवत्ता को बनाये रखने का निर्देश दिया गया। कार्य स्थल पर मार्ग से निकलने वाले मार्गों पर समुचित जंक्शन के सुधार का निर्देश दिया गया, जिससे मार्ग की गुणवत्ता अत्यधिक बनी रह सके।
ग्रामीण विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा इन्सेन्टिव मनी के रूप में आवंटित किये गये धनराशि से ग्राम्य विकास विभाग द्वारा यूपीआरआरडीए के तत्वाधान में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत निर्मित पोस्ट डी०एल०पी० अवधि के मार्गों में 04 नई तकनीको से 30एमएम मोटाई में सर्फेसिंग कोर्स की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इन तकनीको में 30mm Thick CGBM Technology के 45 मार्ग, (लम्बाई 282.438 किमी0), 30mm BC with Cold Mix Technology के 52 मार्ग, (लम्बाई 305.958 किमी0), 30mm Thick MSS+ Technology के 38 मार्ग, (लम्बाई 201.525 किमी0), 30mm thick BC with Waste Plastic Technology के 171 मार्ग, (लम्बाई 1121.383 किमी0) द्वारा कार्य सम्पादित हो रहा है। अभिकरण द्वारा रिन्यूवल कार्यों में भी नई तकनीकियों का प्रयोग करते हुये कार्बन उत्सर्जन की कमी कर पर्यावरण को संरक्षित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया जा रहा है।
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