
इंदौर: शहर में खुलेगा प्रदेश का पहला AI पार्क
इंदौर। आईटी सेक्टर में तेजी से आगे बढ़ रहे इंदौर शहर में अब प्रदेश का पहला एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पार्क और डाटा सेंटर खुलने जा रहा है। मप्र औद्योगिक विकास निगम (एमपीआइडीसी) ने इसका मसौदा तैयार करना शुरू कर दिया है। यह पार्क मौजूदा आईटी पार्क के ठीक पीछे बनाया जाएगा। इस पार्क में जहां देश-विदेश की कई एआई सेक्टर में काम कर रही कंपनियां जमावट करेंगी वहीं 10 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा। फिलहाल एमपीआईडीसी देश-विदेश के एआई सेक्टर से जुड़ी कंपनियों से बात कर उनकी जरूरत जान रही है, ताकि प्रोजेक्ट को मूर्त रूप दिया जा सके।
पिछले कुछ वर्षों में नामी कंपनियों ने इंदौर में आईटी सेक्टर में तेजी से काम शुरू किया है। अब भविष्य की योजनाओं के तहत युवाओं के लिए अहिल्यानगरी एक कदम और बढ़ा रही है। एमपीआईडीसी की कार्यकारी निदेशक सपना जैन ने बताया कि हाल ही में आईटी सेक्टर के देश-विदेश के आईटी प्रोफेशनल्स के साथ बैठक हुई थी। इसमें कई एनआरआई उद्यमियों ने इंदौर में एआई और डेटा सेंटर पार्क बनाने की बात कही थी। इसके बाद से हमने तैयारी शुरू कर दी है।
आईटी प्रोफेशनल्स और एआई सेक्टर से जुड़ी कंपनियों से बात करके उनकी जरूरतों को जाना जा रहा है। 15 से 20 दिन में विजन डाक्यूमेंट तैयार कर लिया जाएगा। इसके साथ बाद प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार की जाएगी। हालांकि इसमें कई महीने लगेंगे। संभवत: 2025 में प्रोजेक्ट धरातल पर आना शुरू हो जाएगा। एआई पार्क और डाटा सेंटर के लिए मौजूदा आईटी पार्क-दो के ठीक पीछे दो हेक्टेयर जमीन चिन्हित की गई है। यहां पर 19 से 20 मंजिला इमारत बनाई जाएगी। इसमें पार्किंग, कमर्शियल फ्लोर, फूड कोर्ट, सीसीटीवी सर्विलांस, सोलर पैनल से स्ट्रीट लाइट, 24 घंटे पावर बैकअप, छोटी-बड़ी कंपनियों के लिहाज से स्पेस, कांफ्रेंस हाल आदि बनाए जाएंगे।
एआई सेक्टर में इंदौर ले लीड
आईटी प्रोफेशनल सावन लढ्ढा ने बताया कि एआई पार्क और डाटा सेंटर को लेकर देश में ज्यादा काम नहीं हुआ है। इसलिए इंदौर को इस क्षेत्र में लीड लेना चाहिए। पार्क बनने के बाद बेहतर ट्रेनिंग मिलेगी, जिससे देश-विदेश की एआई कंपनियों को इंदौर में ही मैनपावर मिल जाएगी। इससे वे इंदौर आकर काम करेंगी। वर्तमान में इंदौर में कुछ ही डाटा सेंटर हैं, जो काफी महंगे हैं। बड़ा डाटा सेंटर बनने से छोटी कंपनियों को काफी राहत मिलेगी।
इसलिए जरूरी
एमपीआईडीसी कार्यकारी निदेशक जैन ने बताया कि हम चाहते हैं कि इंदौर में छोटी कंपनियों के साथ ही गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां अपना सेटअप लगाएं, इसके लिए हम कंपनियों को उनकी डिमांड के अनुसार स्पेस देने को भी तैयार हैं। पार्क बनने से सीधे तौर पर आईटी व एआई सेक्टर से जुड़े 10 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं स्टार्टअप भी बढ़ेगा।
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