CSIR के उपाध्यक्ष डॉ जितेंद्र सिंह आज CSIR-IITR का करेंगे दौरा
दया शंकर चौधरी
नई दिल्ली। सीएसआईआर-भारतीय विषविज्ञान अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-आईआईटीआर) अपना हीरक जयंती वर्ष मना रहा है। 4 नवंबर 1965 को स्थापित संस्थान, मानव स्वास्थ्य, रासायनिक संस्थाओं के सुरक्षा अध्ययन, जोखिम मूल्यांकन आदि सहित विष विज्ञान के सभी डोमेन में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।
सीएसआईआर-आईआईटीआर की हीरक जयंती मनाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का शुभारंभ और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा पृथ्वी विज्ञान मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, जो वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर), विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमओएसटी) के उपाध्यक्ष भी हैं, आज 28 जनवरी को संस्थान का दौरा करेंगे।
मंत्री से संस्थान में डायमंड जुबली ब्लॉक, नमो-अटल: सेंट्रल एनालिटिकल रिसर्च हब, वीवी संसा: रेफरल मैटेरियल फैसिलिटी और संस्थान के प्रौद्योगिकी विकास और इनक्यूबेशन सेंटर में बायोनेस्ट के ऑपरेशन हब सहित विभिन्न नई सुविधाओं का उद्घाटन करने की उम्मीद है।
इस अवसर पर सीएसआईआर के उपाध्यक्ष सीएसआईआर-आईआईटीआर पर एक डाक टिकट, संस्थान द्वारा नियोजित हीरक जयंती समारोहों का कैलेंडर, सीएसआईआर-आईआईटीआर की वार्षिक रिपोर्ट और विषविज्ञान संदेश संकलन का पहला खंड भी जारी करेंगे, जो 1995 से संस्थान द्वारा हिंदी में प्रकाशित लेखों का संकलन है। डॉ. जितेंद्र सिंह आपदा प्रबंधन के दौरान आपातकालीन खाद्य सहायक दो उत्पादों, सेंज एससीएएन और मिलफिट (MilFiT)/ आपत्कालीन आहार के लॉन्च के साक्षी बनेंगे। मंत्री की उपस्थिति में, सीएसआईआर-आईआईटीआर दो प्रौद्योगिकियों का हस्तांतरण भी करेगा। उद्योग को ओनीर (जल कीटाणुशोधन उपकरण) और वीवीएस (संदर्भ सामग्री) के लिए एक प्रस्ताव भेजा गया है।
इस अवसर पर सीएसआईआर के उपाध्यक्ष सीएसआईआर-आईआईटीआर द्वारा आयोजित किए जा रहे दो प्रतिष्ठित सम्मेलनों का आधिकारिक परिपत्र जारी करेंगे। WARMEST सम्मेलन और EARTH-2025 जो इस वर्ष के अंत में क्रमशः मार्च और नवंबर में निर्धारित हैं। जितेन्द्र सिंह एक प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे और उसके बाद वैज्ञानिकों, कर्मचारियों, प्रेस/मीडिया और उद्योग प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। माननीय मंत्री सीएसआईआर-आईआईटीआर के एमजी रोड परिसर में 'एक पेड़ माँ के नाम' पहल के तहत पौधे भी लगाएंगे।
सीएसआईआर-आईआईटीआर के निदेशक डॉ. भास्कर नारायण ने सीएसआईआर परिवार के उपाध्यक्ष की इस नियोजित यात्रा पर बहुत प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि विज्ञान के जानकार एक प्रख्यात मंत्री के इस संस्थान के दौरे से इस संस्थान के प्रत्येक स्टाफ सदस्य और विद्वान का मनोबल बढ़ेगा। उन्होंने उल्लेख किया कि हीरक जयंती समारोह न केवल गौरवशाली अतीत पर नजर डालने का वर्ष है बल्कि संस्थान के लिए भविष्य की कार्रवाई पर समान रूप से विचार और रूपरेखा तैयार करता है जो वैज्ञानिक रूप से समृद्ध, सामाजिक और औद्योगिक रूप से प्रासंगिक और व्यक्तिगत रूप से पुरस्कृत है।
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