
गौशालाओं की दुर्गंध से बचने के लिए इत्र पार्क बना रहे अखिलेश यादव
दया शंकर चौधरी
2022 के आम चुनाव के दौरान सपने में भगवान श्री कृष्ण को दखने वाले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 मार्च 2025 को एक ऐसा बयान दे दिया है जिसके बाद सियासी बवाल मचना तय है। अपने संसदीय क्षेत्र कन्नौज में पत्रकारों से बात करते हुए सपा मुखिया ने गौशालाओं को लेकर आपत्तिजनक बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि गौशालाओं से दुर्गंध फैलती है। इसीलिए हम सुगंध के लिए इत्र पार्क बना रहे हैं।
अखिलेश यादव योगी सरकार के 8 साल के शासन पर निशाना साध रहे थे इसी दौरान उन्होंने कहा कि अगर मैं यह कहूं कि मेरे आदर्श योगी हैं तो हम तो पगला जाएंगे। सोचो हमें क्या कपड़े पहनने पड़ेंगे। अगर वह हमारे आदर्श हो जाएं। हमारे आदर्श लोहिया जी हैं, हम लोग डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के रास्ते पर चलते हैं, नेताजी ने जो रास्ता दिखाया उस रास्ते पर चल रहे हैं। जेनेश्वर मिश्र जी ने हम लोगों को जो सिखा कर गए हैं उस रास्ते पर चल रहे हैं। हम लोग हम समाजवादी लोग हैं विकास और खुशहाली चाहते हैं।
हम सुगंध पसंद इसलिए इत्र पार्क, ये दुर्गंध पसंद इसलिए गौशाला- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा कि कन्नौज में रहकर के हम लोगों ने भाईचारे की सुगंध दी है। यह जो भारतीय जनता पार्टी के लोग हैं उनकी नफरत की दुर्गंध है। मैं तो कन्नौज के सुगंध वाले लोगों से कहूंगा कि भारतीय जनता पार्टी की दुर्गंध को हटाए, अभी तो थोड़ी हटायी है, अगली बार और हटा दो जिससे कि कन्नौज का विकास रुका हुआ आगे बढ़ जाए। ये दुर्गंध पसंद करते हैं इसलिए गौशाला बना रहे हैं, हम सुगंध पसंद कर रहे थे इसलिए इत्र पार्क बना रहे थे। आप बताइए सरकार सांड पकड़ रही है या नहीं, आप खुद जानते हैं सरकार सांड पकड़ रही है और उसका भी पैसा खा जा रहे हैं। इसलिए हम लोग सुगंध पसंद करने वाले लोग हैं इसलिए परफ्यूम पार्क बना रहे हैं यह दुर्गंध वाले लोग हैं इसलिए गौशाला बना रहे हैं।
मुलायम ने कभी की थी गाय की तारीफ, कहा-गाय का दूध पीकर मैं बना पहलवान
करीब 9 वर्ष पहले गोपाष्टमी के मौके पर यूपी गौ सेवा आयोग के कार्यक्रम में पहुंचे सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने कहा था, ''मैं बचपन में गाय चराने जाता था। हमने हमेशा गायें पाली हैं और सैफई में अभी भी 16 गाय हैं। गाय का दूध सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है और इसी को पीकर मैं पहलवान बना हूं। सभी को गाय जरूर पालनी चाहिए।'' उन्होंने आगे कहा कि गौ रक्षा को लेकर आजम खान का अहम योगदान है। बता दें कि उस समय आजम खान को गौ रक्षा को लेकर सम्मानित भी किया गया था।
कानपुर रोड स्थित कान्हा उपवन में आयोजित कार्यक्रम में आजम खान का बचाव करते हुए मुलायम ने कहा था, ''आजम खान ही ऐसे नेता हैं, जिन्होंने सबसे पहले गौ हत्या पर सवाल उठाया था। गौ हत्या और गौवध के विरोध में आजम खान ने अच्छा काम किया है।'' वहीं, गायों की घटती संख्या पर चिंता जताते हुए सपा सुप्रीमो ने कहा कि वह इस मामले में सीएम और पीएम से भी बात करेंगे।
मुलायम ने की थी प्रतीक की तारीफ
कार्यक्रम में पहुंचे मुलायम सिंह यादव ने कहा कि देश में कई जगह गायें कट रही हैं। वहीं, कान्हा उपवन में गायों को बचाया जा रहा है और उन्हें जीवन दिया जा रहा है। इसमें प्रतीक यादव बढ़िया काम कर रहे हैं। इस दौरान प्रतीक और अपर्णा यादव भी वहां मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा कि यूं तो कई बार राजनैतिक भाषण दिए हैं, लेकिन गायों पर बोलने का मौका पहली बार मिला।
फ्रांस और पुर्तगाल के लोग पाल रहे हैं गाय
सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने कहा कि गाय का बहुत महत्व है। हमारे यहां गायों की संख्या कम हो रही है, लेकिन आज फ्रांस और पुर्तगाल जैसे देश गाय पाल रहे हैं। साथ ही उनके गोबर से लेकर गौमूत्र और दूध का अच्छी तरह से इस्तेमाल कर लाभ कमा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने बताया कि कान्हा उपवन के विकास के लिए सीएम ने 10 लाख रुपए देने के लिए कहा है।
क्या है गोपाष्टमी का महत्व
आपको बता दें कि भारतीय परंपरा के मुताबिक, दीपावली के आठवें दिन गोपाष्टमी मनाई जाती है। उत्तर प्रदेश में 483 गौशालाएं हैं। गोपाष्टमी के मौके पर सभी गौशालाओं में गायों की पूजा-अर्चना और उनके संवर्धन के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। कान्हा उपवन के अलावा लक्ष्मण गौशाला जानकीपुरम और गोपेश्वर गौशाला मलिहाबाद में भी गोपाष्टमी पर कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
अखिलेश का बयान : गौशाला पर सियासी घमासान
समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव के कन्नौज में दिए गए विवादित बयान ने सियासत में हलचल मचा दी है। उन्होंने इस बयान में सरकार द्वारा बनवाई जा रही गौशालाओं पर टिप्पणी की और इसे दुर्गंध से जोड़ा। इसके बाद से भाजपा और सपा के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो गया है। अखिलेश के इस बयान ने न केवल कन्नौज बल्कि पूरे प्रदेश में सियासी तापमान बढ़ा दिया है।
गायों के मुद्दे पर अखिलेश
कन्नौज के बोर्डिंग मैदान में आयोजित 1108 कुंडीय महायज्ञ में अखिलेश यादव पहुंचे थे। यज्ञ स्थल पर उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “यह सरकार दुर्गंध पसंद करती है, इसलिए गौशालाएं बनवा रही है। सपा को सुगंध पसंद है, और इसलिए हमने इत्र पार्क बनाने की योजना बनाई है।” उनके इस बयान से राजनीतिक माहौल में हलचल पैदा हो गई, और भाजपा ने इसे लेकर उन पर तीखा हमला बोला।
मथुरा में गौ सेवा करने वालों की नाराजगी
अखिलेश यादव के इस बयान पर मथुरा में गायों की सेवा करने वाले लोग नाराज हो गए हैं। उनका कहना है कि गाय हमारी मां है, और मां की सेवा में कोई भी बदबू नहीं आती। मथुरा में गायों की सेवा करने वाले लोगों ने अखिलेश के बयान पर प्रतिक्रिया दी और कहा कि बदबू अखिलेश यादव के दिमाग में है, उन्हें इसका इलाज करवाना चाहिए।
भाजपा का पलटवार
अखिलेश यादव के बयान के बाद भाजपा ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए उन पर हमला बोला। भाजपा ने कहा कि अखिलेश का बयान उनकी असहजता को दर्शाता है और यह किसी प्रकार की राजनीति से प्रेरित है। इस बयान ने राज्य की सियासत को और भी गर्मा दिया है। इस प्रकार, अखिलेश यादव के बयान ने राजनीति में नया मोड़ लिया है और प्रदेश में सियासी माहौल में और भी गर्मी पैदा कर दी है।
*गाय को राज्यमाता घोषित करने की मांग*
*"प्रार्थना ही आंदोलन" के क्रम में मुख्यमंत्री से की गई प्रार्थना
*उत्तर प्रदेश में गौमाता को राज्यमाता* का प्रतिष्ठित स्थान दिलाने के लिए चल रहे "प्रार्थना ही आंदोलन"* के क्रम में इस बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी से प्रार्थना की गई है कि गौमाता को राज्यमाता का प्रतिष्ठित दर्जा दिये जाने से राज्य का चतुर्दिक विकास हो सकेगा। मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि इसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य के विधानमंडल सदन में तत्सम्बंधित प्रस्ताव पास कराया जाना चाहिए।
इस सम्बंध में श्री धाम बरसाना के भजन निष्ठ संत विनोद बाबा जी महाराज ने कहा है कि राधारानी के चरणों में प्रार्थना की जानी चाहिए कि उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्य माता का दर्जा मिले। विनोद बाबा राधारानी के परम भक्त हैं और प्रतिदिन श्री धाम बरसाना की परिक्रमा करते है और 12 घंटे एक आसन पर बैठकर हरिनाम करते है।
अधिवक्ता उपेंद्र तिवारी ने बताया कि "प्रार्थना ही आंदोलन" के क्रम में अंतर्राष्ट्रीय कृष्ण जन्म भूमि एवम सनातन सेवा फाउंडेशन के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश मिश्रा, वरिष्ठ अधिवक्ता ने वन बिहारी जमीन कारोबारी संघ के अधिवक्ता उपेंद्र तिवारी और गौ सेवक लालू भाई के साथ मिलकर श्री धाम वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन करने के बाद रेवती रमण चिंताहरण महादेव ब्रह्म घाट पुरानी गोकुल भांडीरवन और बंशी वट के दर्शन करने के बाद शाम को श्री धाम बरसाना में राधारानी महारानी के दर्शन किए, तत्पश्चात प्रिया कुंड स्थित विनोद बाबा जी महाराज के आश्रम में सामूहिक हरिनाम कीर्तन और आरती में शामिल होने के बाद विनोद जी महाराज से आशीर्वाद मांगा कि आप राधारानी के चरणों में प्रार्थना करें कि उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्य माता का दर्जा मिले। विनोद बाबा जी ने भक्तों से कहा कि मैं भी चाहता हूं कि उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्य माता का दर्जा मिले और राधारानी के चरणों में प्रार्थना करूंगा कि उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज माता का दर्जा मिले। इससे पहले भी विनोद बाबा जी महाराज जी ने एक पोस्टर का विमोचन किया था जिसमे भक्तो से अनुरोध किया गया था कि 11 बार राधा नाम जपकर प्रार्थना करें। भक्तो को पूरा विश्वाश है कि राधा रानी के चरणों में की गई प्रार्थना जरूर सफल होगी और उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्य माता का दर्जा जरूर मिलेगा क्योंकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्य नाथ योगी जी गौ प्रेमी है और वे गौ माता के संरक्षण और संवर्धन के लिए सराहनीय कार्य कर रहे हैं।
*वृंदावन में आयोजित किया गया गौ धर्म संसद*
गौभक्तों के द्वारा सामूहिक हरिनाम संकीर्तन करके उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्य माता का दर्जा प्रदान करने की प्रार्थना की गई। श्री धाम वृंदावन के चंद्रोदय मंदिर की सुरभि गौ शाला के प्रांगण में 27 जनवरी 2025 को गौ धर्म संसद का आयोजन किया गया। ब्रजवासी गौ भक्तों द्वारा सामूहिक हरिनाम संकीर्तन कर भगवान श्री राधा कृष्ण ठाकुरजी के चरणों में प्रार्थना की गई की उत्तर प्रदेश में गौ माता को ससम्मान राज्य माता का दर्जा प्रदान किया जाए।
इस सम्बंध में गौभक्तों का कहना है कि महाकुम्भ से जुडी कथा के अनुसार समुद्र मंथन के पीछे की वजह थी कि महर्षि दुर्वासा के श्राप के कारण, स्वर्ग में ऐश्वर्य, धन, वैभव जैसी चीजों का विलोपन हो गया। इसी के बाद त्रिदेव की आज्ञानुसार समुद्र मंथन की योजना बनाई गयी। समुद्र मंथन के लिए नारायण ने समुद्र में मंदराचल पर्वत का प्रकटीकरण किया और महादेव की मदद से वासुकि नाग की नेती (रस्सी) बनाई गई। जिससे देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र को मथना प्रारम्भ किया। समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष को भगवान शंकर ने पिया था, जिससे उनका कंठ नीला पड़ गया था और उन्हें नीलकंठ भी कहा जाने लगा। समुद्र मंथन से निकले कल्पवृक्ष को इंद्र देव ने लिया था। इसके अलावा समुद्र मंथन से 14 रत्न निकले थे। जिनमें कालकूट या हलाहल (विष), ऐरावत (हाथी), "कामधेनु (गाय)" उच्चैःश्रवा (घोड़ा), कौस्तुभ (मणि), कल्पवृक्ष, रम्भा (अप्सरा), महालक्ष्मी, वारुणी (मदिरा), चंद्रमा, शारंग (धनुष), पांचजन्य (शंख), धन्वंतरि (वैद्य), और अमृत।
गौसेवक लालू भाई के अनुसार सनातन धर्म के ऐतिहासिक तथ्यों में गौमाता की अपार महिमा बताई गई है। इस लिए मानव जाति के कल्याण के लिए गौमाता को राज्यमाता का दर्जा दिया जाना चाहिए। गौ धर्म संसद में सुबुधि राय दासजी, शंकर दासजी, प्रीतम दास जी द्वारा कराए गए गौमाधुर्य नाम संकीर्तन से बड़ी संख्या में उपस्थित गौभक्त और ब्रजवासी गौ पालक सामूहिक हरिनाम संकीर्तन करते हुए गौमाता के लिए प्रार्थना की गई। इस अवसर पर गौ सेवक लालू जी ने सभी ब्रजवासी गौ भक्तो को 11 बार राधा नाम जपा कर यह प्रार्थना करवाई कि उत्तर प्रदेश में गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे गोत्र शब्द का संबंध भी गौ माता से ही है, गौ का अर्थ है गाय और त्र का अर्थ है तेरा... यानी हमारा वंशज किसी खास गौवंशावली से जुड़ा हुआ है। हर सनातनीयों के गोत्र का उल्लेख ऋषियों के नाम पर होता हैं और ऋषि गौ सेवा और गौ माता की रक्षा अपना परम कर्तव्य समझते थे। अतः गौ रक्षा और गौ सेवा हर सनातनी का सांस्कृतिक कर्तव्य है।
गौ सेवक महेश शर्मा ने गऊ की महिमा को विस्तार से व्याख्यायित किया और कहा की नेपाल में भी गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा प्राप्त है। हमारे उत्तर प्रदेश में तो अभी गौ पूजक योगी जी की सरकार है। मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ गौ माता के संरक्षण और संवर्धन के लिए सराहनीय कार्य कर भी रहे है।
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