
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी नए फाइटर जेट प्रोग्राम को मंजूरी
लखनऊ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय वायुसेना के लिए पांचवीं पीढ़ी के डीप पेनेट्रेशन एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Fifth Generation Deep Penetration Advanced Medium Combat Aircraft) को स्वदेशी रूप से विकसित करने के लिए एक मेगा प्रोजेक्ट को लागू करने के लिए मॉडल को मंजूरी दे दी है। भारत अपनी वायु शक्ति क्षमता को बढ़ाने के लिए एडवांस्ड स्टील्थ फीचर्स के साथ मीडियम वेट डीप पेनेट्रेशन फाइटर जेट विकसित करने के लिए महत्वाकांक्षी एएमसीए प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इस खबर से चीन और पाकिस्तान की नींद उड़ना तय है। हाल ही में पाकिस्तान के साथ हुए संघर्ष में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। पाकिस्तान की नाकाम हमले की कोशिश के बाद भारत ने दोबारा कई पाकिस्तानी एयरबेस को ध्वस्त कर दिया था।
AMCA प्रोग्राम निष्पादन मॉडल को मंजूरी
रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि राजनाथ सिंह ने "एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) प्रोग्राम निष्पादन मॉडल" को मंजूरी दे दी है। भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और एक मजबूत घरेलू एयरोस्पेस औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने AMCA प्रोग्राम निष्पादन मॉडल को मंजूरी दे दी है। एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) उद्योग भागीदारी के माध्यम से कार्यक्रम को निष्पादित करने के लिए तैयार है।
स्वदेशी विशेषज्ञता, क्षमता में होगी बढ़ोतरी
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि निष्पादन मॉडल दृष्टिकोण प्रतिस्पर्धी आधार पर निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों को समान अवसर प्रदान करता है। बयान में कहा गया है, वे स्वतंत्र रूप से या संयुक्त उद्यम या संघ के रूप में बोली लगा सकते हैं। इकाई/बोलीदाता एक भारतीय कंपनी होनी चाहिए जो देश के कानूनों और नियमों का अनुपालन करती हो। बयान में कहा गया, यह एएमसीए प्रोटोटाइप विकसित करने के लिए स्वदेशी विशेषज्ञता, क्षमता और सामर्थ्य का उपयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो एयरोस्पेस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होगा।
सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने दी थी मंजूरी
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने पिछले साल लड़ाकू विमान कार्यक्रम को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। परियोजना की शुरुआती विकास लागत लगभग 15,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। भारतीय वायुसेना एएमसीए परियोजना की दीर्घकालिक जरूरत को देखते हुए इस पर जोर दे रही है। लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस के विकास के बाद एएमसीए के विकास में भारत के विश्वास में अहम बढ़ोतरी देखी गई।
Leave A Comment
Don’t worry ! Your email address will not be published. Required fields are marked (*).