
जल्द ही 5 ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी बनेगा भारत
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (22 अगस्त) को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि भारत जल्द ही पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। आईटी, टेलीकॉम, फिनटेक, एआई और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भारत मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड के दृष्टिकोण को बढ़ावा दे रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि, वैश्विक अर्थव्यवस्था में उथल-पुथल के बावजूद, भारत वर्तमान में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। जल्द ही भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले वर्षों में, भारत दुनिया का विकास इंजन होगा। उन्होंने कहा कि, पिछले नौ वर्षों में, लोगों की आय में लगभग तीन गुना वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि महिलाएं भारत की आर्थिक वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदानकर्ता हैं। ब्रिक्स बिजनेस काउंसिल की 10वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए, पीएम मोदी ने 2009 में एक बड़े आर्थिक संकट के दौरान परिषद द्वारा किए गए योगदान पर प्रकाश डाला। पीएम मोदी ने ब्लॉक के अन्य नेताओं के साथ वैश्विक विकास पर विचार-विमर्श करने के लिए ब्रिक्स लीडर्स रिट्रीट में भी भाग लिया।
वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत की भूमिका
पीएम मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में परिवर्तनकारी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि, भारत की सफलता, अनुपालन बोझ को कम करने और व्यापार करने में आसानी को सुविधाजनक बनाने पर जोर देने के साथ ही प्रतिकूल परिस्थितियों को आर्थिक सुधार के अवसर में बदलने की देश की क्षमता से मान्यता प्राप्त है। पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, पिछले कुछ वर्षों में हमने आईटी, सेमीकंडक्टर और ऐसे अन्य भविष्य के क्षेत्रों में काफी प्रगति की है। हमारी आर्थिक दृष्टि भी महिलाओं के सशक्तिकरण को अत्यधिक महत्व देती है।
इज ऑफ़ डूइंग बिज़नस की बात करते हुए पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत लालफीताशाही नौकरशाही से लाल कालीन की ओर बढ़ गया है, जहां व्यवसायों को भारत में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि, पिछले कुछ वर्षों में, हमने मिशन मोड में जो सुधार किए हैं, उससे भारत में व्यापार करने में आसानी में लगातार सुधार हुआ है। हमने अनुपालन बोझ कम कर दिया है। हम लालफीताशाही को लाल कालीन से बदल रहे हैं।
भारत में डिजिटलीकरण
पीएम मोदी ने प्रौद्योगिकी और डिजिटल वित्त में भारत की प्रगति पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि, भारत ने वित्तीय समावेशन में एक महत्वपूर्ण छलांग लगाई है और इसका सबसे अधिक लाभ ग्रामीण महिलाओं को हुआ है। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा डिजिटल लेनदेन होते हैं, जिससे यह देश संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर और फ्रांस जैसे देशों के लिए इस मंच से जुड़ने के लिए आकर्षक हो गया है।
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