
रेलवे प्रशासन द्वारा कराई जा रही क्लीन ट्रेन स्टेशन व्यवस्था
दया शंकर चौधरी
गोरखपुर। रेलवे प्रशासन द्वारा यात्रियों को यात्रा के दौरान स्वच्छ वातावरण उपलब्ध कराने हेतु क्लीन ट्रेन स्टेशन (सी.टी.एस.) एवं ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस (ओ.बी.एच.एस) के अन्तर्गत गाड़ियों की साफ-सफाई कराई जाती है।
क्लीन ट्रेन स्टेशन योजना के अन्तर्गत ट्रेनों के नामित स्टेशन पर पहुंचते ही टॉयलेट की सफाई मशीनीकृत (जेट वैक्यूम बफिंग) तरीकों से तथा विंडों ग्लास की सफाई भी आधुनिक तरीके से किया जाता है। विशेष रूप से टॉयलेट की सफाई एवं उसे किटाणुमुक्त करने पर ध्यान दिया जाता है। पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर, ऐशबाग एवं छपरा स्टेशन ‘क्लीन ट्रेन स्टेशन’ नामित हैं, जिसमें से गोरखपुर स्टेशन पर 37, ऐशबाग स्टेशन पर 14 तथा छपरा स्टेशन पर 22 सहित कुल 73 ट्रेनों की साफ-सफाई प्रतिदिन की जाती है।
इसके अतिरिक्त ट्रेनों में यात्रा के दौरान स्वच्छता को सुनिश्चित करने हेतु ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस की व्यवस्था है। पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के 38 एवं इज्जतनगर मंडल के 32 तथा लखनऊ मंडल के 80 ट्रेनों सहित कुल 150 ट्रेनों में ऑन बोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस की सुविधा उपलब्ध है। जिनके द्वारा साफ-सफाई सुनिश्चित की जाती है। इसके अतिरिक्त ट्रेनों में यात्री, रेल मदद के हेल्प लाइन नम्बर 139 पर कॉल कर किसी भी समय (ओ.बी.एच.एस) कर्मचारी को बुलाकर कोच की सफाई करा सकते है। ओ.बी.एच.एस. स्टाफ साफ-सफाई से सम्बंधित सभी इक्यूपमेन्ट जैसे वाईपर, कपड़ा, डस्टर, डिस्पोजल बैग, कामोड ब्रश, केमिकल आदि अपने पास रखते हैं।
ऑन बोर्ड हाउस कीपिंग कर्मचारियों को ट्रेनों में साफ-सफाई एवं गारबेज के निपटान के लिए गारबेज बैग उपलब्ध कराये जाते है, जिसमें गाड़ियों में साफ-सफाई के बाद कचरे को गारबेज बैग में रखा जाता है। इस गारबेज बैग को नामित क्लीन ट्रेन स्टेशनपर निस्तारित किया जाता है, जहाँ से उसे गारबेज डिस्पोजल प्वातइंट पर भेज दिया जाता है। इसी प्रकार गंतव्य स्टेशन पर पहुँचने वाली गाड़ियों की साफ-सफाई के उपरान्त गारबेज को गारबेज डिस्पोजल प्वाइंट पर भेज दिया जाता है।
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